Pakistan: अमेरिका की जेल में बंद पाकिस्तान की महिला डॉक्टर की रिहाई के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने जो बाइडेन को पत्र लिखा है. पीएम शहबाज शरीफ ने डॉक्टर आफिया सिद्दीकी की मानवीय आधार पर रिहाई का अनुरोध किया है. शुक्रवार को सरकारी वकील ने इस्लामाबाद की एक अदालत को यह जानकारी दी. अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों पर हमले की आरोपी 52 वर्षीय आफिया सिद्दीकी 16 साल से अमेरिकी जेल में बंद है.
जानें पूरा मामला
शरीफ के पत्र की एक प्रति कोर्ट में पेश की गई, जो अमेरिका में प्रशिक्षित तंत्रिका तंत्र विज्ञानी आफिया सिद्दिकी की बहन की याचिका पर सुनवाई कर रही थी. आफिया को 2010 में अमेरिकी नागरिकों की हत्या का प्रयास करने समेत अन्य आरोपों में दोषी ठहराया गया था. आफिया आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर तब शक के दायरे में आ गई थी, जब उसने अमेरिका छोड़ दिया और 11 सितंबर 2011 को अमेरिका में हुए आतंकी हमलों के स्वघोषित साजिशकर्ता खालिद शेख मोहम्मद से निकाह कर लिया. साल 2008 में वह अफगानिस्तान में अमेरिकी प्राधिकारियों के साथ झड़प में जख्मी हो गई थी. चश्मदीदों के अनुसार, उसने अमेरिकी प्राधिकारियों पर गोली चलाई थी.
16 साल से जेल में बंद
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के 13 अक्टूबर को भेजे पत्र की एक प्रति के अनुसार, पाक प्रधानमंत्री ने बाइडन को बताया कि आफिया जेल में 16 साल की अवधि काट चुकी है. उन्होंने लिखा कि केस को दया की नजर से देखा जाना चाहिए. शरीफ ने कहा कि पिछले कुछ सालों में कई पाकिस्तानी अधिकारियों ने उससे राजनयिक मुलाकात की और उसे मिलने वाले उपचार को लेकर गंभीर चिंता जताई, जिससे उसके पहले से ही कमजोर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है.
पाकिस्तानी पीएम ने अधिकारियों के आकलन के हवाले से लिखा कि दरअसल, उन्हें डर है कि वह अपनी जान ले सकती है. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से आफिया सिद्दीकी की बहन की क्षमादान याचिका स्वीकार करने और मानवीय आधार पर उसकी रिहाई का आदेश देने का आग्रह किया.
आफिया सिद्दीकी के बारे में जानें
पाकिस्तान के कराची में पैदा हुई आफिया 1990 में पढ़ाई के लिए अमेरिका गई थी. आफिया ने वहां प्रतिष्ठित मेसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और ब्रांडेस यूनिवर्सिटी डिग्री ली. न्यूरोसाइंस से पीएचडी करने वाली आफिया आतंकी समूह अलकायदा के लिए काम करने लगी. 9/11 के हमले के बाद वह अमेरिकी जांच एजेंसियों के घेरे में आई. एफबीआई ने साल 2004 में आफिया को आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया और अलकायदा का ऑपरेटिव बताया. इस लिस्ट में आने वाली वह पहली महिला थी.
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