Pakistan Army: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रान्त में इन दिनों पुलिस और सेना के बीच झड़प देखने को मिल रही है. खैबर पख्तूनख्वा प्रान्त के कई शहरों में पुलिस ने सेना और आईएसआई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कई आरोप लगाए हैं. पुलिस का आरोप है कि सेना काम नहीं करने दे रही है. सेना की दखल के चलते पुलिसकर्मी पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर हैं.
खैबर पख्तूनख्वा प्रान्त में सेना के खिलाफ पुलिस के विरोध प्रदर्शन के बाद सैन्य अफसर झुक गए हैं. वहीं, लक्की मारवात जिले में पुलिसकर्मियों के विरोध प्रदर्शन के बाद सेना बैकफुट पर आ गई है. पाकिस्तानी सेना ने शहर खाली करने की बात मान ली है.
सेना ने मानी पुलिस की बात
दरअसल, पिछले पांच दिनों से पुलिसकर्मियों द्वारा जारी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद आज पुलिस और सेना के बीच वार्ता हुई. यह वार्ता सफल रही है. पुलिस का कहना है कि वह किसी भी तरह का सेना का हस्तक्षेप नहीं चाहते हैं. जिसे सेना ने स्वीकार ली है. सेना ने कहा कि वह जल्द ही शहर खाली कर देंगे.
जानिए पूरा मामला…
ज्ञात हो कि बीते सोमवार को खैबर पख्तूनख्वा प्रान्त में पुलिसकर्मियों का ये प्रदर्शन शुरू हुआ था. पुलिस का आरोप है कि सेना और आईएसआई के लोग उनकी ड्यूटी में दखल करते हैं और उनको काम नहीं करने दिया जा रहा है, इसने प्रान्त के हालात को बदतर कर दिया है. सेना और आईएसआई के दखल को खत्म करने की मांग को लेकर सैकड़ों पुलिसकर्मी सड़कों पर उतर गए. पुलिसकर्मियों की मांग है कि प्रान्त कानून व्यवस्था का काम उनका है ना कि सेना का और इसे वही करेंगे.
डॉन खबर की रिपोर्ट के मुताबिक, लक्की मारवात शहर में शुरू हुए इस प्रदर्शन में आसपास के जिलों के पुलिसकर्मी भी शामिल हो गए. यही नहीं कई राजनीतिक दलों, नागरिक समाज और स्थानीय समूहों का साथ भी इस प्रदर्शन में पुलिस को मिला, जिससे ये प्रदर्शन काफी बड़ा हो गया. पुलिसकर्मी सेना और आईएसआई पर क्षेत्र में शांति भंग करने और सुरक्षा स्थिति को बदतर बनाने का आरोप लगा रहे हैं. हालांकि, अब सेना बैकफुट पर आ गई है. सेना ने उनकी इस मांग को मान लिया है.