Pakistani Terrorist: पाकिस्तानी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के डिप्टी कमांडर शमशीर खान ने हाल ही में कैमरे के सामने कहा था कि वह भारत की तरफ कश्मीर में शांति नहीं होने देगा. जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुए आंतकी हमलों को भी उसने कबूल किया है. जिसका वीडियो भारत और पाकिस्तान में तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह से हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है और कश्मीर में नफरत बोने की बात कर रहा है.
सरकार की सपोर्ट पर चल रहा आतंकी संगठन
इस पूरे मामले पर पाकिस्तान के प्रसिद्ध यूट्यूबर सोहैब चौधरी ने पाकिस्तानी युवक आबिद अली से बात की है. आबिद अली ने पाकिस्तान में आतंकियों को मिल रही पनाह पर कड़ाई से अपनी बात रखी है. आबिद ने कहा कि जिस तरह से यह आतंकी भारत साइड कश्मीर में आतंक फैलाने की बात कर रहा है, इससे दोनों देशों में संबंध कैसे अच्छे हो सकते हैं. आबिद ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह आतंकी संगठन सरकार की सपोर्ट पर चल रहा है. अगर ऐसा नहीं है तो ऐसे लोगों को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए.
पाकिस्तानी आवाम ने उठाया सवाल
पाकिस्तानी युवक ने कहा कि अब यही वीडियो भारत संयुक्त राष्ट्र में ले जाकर दिखाएगा, फिर पाकिस्तान की दुनिया में क्या इमेज बनेगी. पाकिस्तानी युवक ने कहा कि आप भारत के फौजियों को मारेंगे तो वे शांति से नहीं बैठेंगे, इसका रिएक्शन तो आएगा ही. युवक ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार इसी तरह की दोहरी नीति अपनाती है, जिससे दुनिया में पाकिस्तान की इज्जत खत्म हो गई है. आबिद अली ने कहा कि हाल ही में पाकिस्तान के किसी मंत्री ने कहा कि वह जरूरत पड़ी तो अफगानिस्तान में और हमले करेंगे. शख्स ने सवाल उठाया है कि इसी तरह से पाकिस्तान के नेताओं का बयान रहा तो अफगानिस्तान के लोग हमसे मोहब्बत कैसे करेंगे.
पाकिस्तानी आतंकी ने क्या बोला?
दरअसल, इन दिनों जेके बोल नाम के यूट्यूब चैनल पर एक आतंकी का वीडियो वायरल हो रहा है. इंटरव्यू लेने वाला शख्स उसे हिजबुल मुजाहिद्दीन का डिप्टी कमांडर शमशीर खान बता रहा है. शमशीर खान पास में एके-47 रखकर इंटरव्यू दे रहा है. इसमें वह यह कहते नजर आ रहा है कि कश्मीर उसका संगठन शांति नहीं होने देगा. उनका टारगेट इंडियन आर्मी को जंग की हालत में लाना है. शमशीर ने कहा कि उन लोगों ने दशकों तक कश्मीर में चुनाव नहीं होने दिया. आगे भी वो अपने प्लान के तहत कश्मीर में काम करते रहेंगे.