Palestinian: यूरोपीय यूनियन के सदस्य देश स्पेन, आयरलैंड और नॉर्वे की ओर से फिलिस्तीन को देश का दर्जा दिया गया है, जिसे लेकर इजराइल भड़का हुआ है. दरअसल, इजराइल लगातार फिलिस्तीन को देश की मान्यता देने का विरोध करता रहा है. ऐसे में इजराइल के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं यूरोपीय यूनियन के सदस्य के इस फैसले को लेकर इजराइल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आयरलैंड और नॉर्वे से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है.
Palestinian: आयरिश सरकार ने क्या कहा?
आयरिश प्रधानमंत्री साइमन हैरिस ने कहा कि यह स्पेन और नॉर्वे के साथ समन्वित कदम है, उन्होंने कहा कि “आयरलैंड और फिलिस्तीन के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है.” इस कदम का उद्देश्य दो-राज्य समाधान के जरिए इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने में मदद करना है.
‘…पश्चिम एशिया में नहीं आएगी शांति‘
वहीं, नॉर्वे की जोनस गार स्तूर सरकार ने कहा कि उनका देश फिलिस्तीन को एक देश के तौर पर औपचारिक रूप से मान्यता दे रहा है. उन्होंने कहा कि ‘‘यदि मान्यता नहीं दी गई तो पश्चिम एशिया में शांति स्थापित नहीं हो सकती.’’
यूरोपीय संघ के देशों ने दिए थे संकेत
दरअसल, हाल ही में यूरोपीय संघ के कई देशों ने ये संकेत दिए थे कि वो फिलिस्तीन को मान्यता देने की योजना बना रहे है, उनकी दलील है कि क्षेत्र में शांति के लिए द्वि-राष्ट्र समाधान आवश्यक है. बता दें कि नॉर्वे, इजराइल और फिलिस्तीन के बीच द्वि-राष्ट्र समाधान का कट्टर समर्थक रहा है. इसके साथ ही वह यूरोपीय संघ का सदस्य नहीं है लेकिन इस मुद्दे पर उसका रुख भी यूरोपीय संघ के अन्य सदस्यों के समान है. उन्होंने कहा कि ‘‘हमास और आतंकवादी समूहों ने आतंक फैलाया है जो द्वि-राष्ट्र समाधान और इजराइल सरकार के समर्थक नहीं हैं.
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