Papua New Guinea: पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में आदिवासियों के बीच हुई लड़ाई में 30 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है. जबकि कई लोग घायल भी बताए जा रहे है. इतना ही नहीं सैकड़ों महिलाएं और बच्चें तो अपने घर को भी छोड़ने के लिए मजबूर है. ऐसे में अब सवाल ये है कि आखिर ऐसी क्या वजह है, जिससे इतनी भंयकर लडाई हुई है और लोग प्रस्थान करने के लिए भी मजबूर हो चुके है.
दरअसल, आदिवासियों की यह लड़ाई अवैध खनन करने वालों के बीच चार दिन पहले एक विवाद से शुरू हुई. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह संघर्ष पोर्गेरा सोने की खदान के पास रहने वाले दो कबीलों के बीच हुआ है. शनिवार को यह हिंसा उस वक्त और भी बढ़ गया जब एक गुट ने खदान स्थल के सबसे नजदीक रहने वाले दूसरे गुट पर हमला कर दिया. इस हमले में कई लोग मारे गए.
कई इमारतों में लगाई गई आग
ऐसे में ही पोर्गेरा समुदाय के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि हिंसा का यह स्तर काफी भयावह है. अनियमित ढंग से लोगों की हत्याएं की जा रही है और आपराधिक तत्वों ने शहर पर नियंत्रण कर लिया है. शनिवार को हुए हमले की जवाबी कार्रवाई रविवार की सुबह भी जारी रही. इस दौरान कई इमारतों में आग लगा दी गई. पोर्गेरा खदान में परिचालन रोक दिया गया.
इधर-उधर शरण ले रहे लोग
वहीं, खदान में काम करने वाले श्रमिकों को सुरक्षा के लिए खदान के स्क्वैश कोर्ट में जाने का आदेश दिया गया. इसके अलावा, खदान के नजदीक रहने वाले बच्चे और महिलाएं स्थानीय मजदूरों के शिविर क्षेत्र में भाग गए हैं. इस दौरान दर्जनों लोगों ने खदान स्थल के पास स्थित मोटल माउंटेन लॉज में शरण ली है. जबकि अन्य लोगों को लड़ाई से दूर टिपर ट्रकों में ले जाया गया. वहीं, कई लोगों ने इस दौरान अपने जान को खतरा भी बताया.
लड़ाई को रोकने में असमर्थ सुरक्षाकर्मी
हालांकि घटनास्थल पर 122 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें मोबाइल दस्ते और पीएनजी रक्षा बल के सदस्य भी शामिल हैं. ऐसे में ही वकील और सामुदायिक नेता लैकिस रूइंग ने बताया कि पुलिस और सैन्य कर्मियों की संख्या कम है ऐसे में वो लड़ाई को पर्याप्त रूप से रोकने में असमर्थ हैं. उन्होंने कहा कि हमें नेतृत्व की आवश्यकता है. वहीं, सरकार से लड़ाई को रोकने के लिए अधिक पुलिस और सेना भेजने की भी जरूरत है.
क्षेत्र में लगाया गया कर्फ्यू
पुलिस आयुक्त डेविड मैनिंग ने बल प्रयोग के साथ अतिरिक्त पुलिस बल के प्रयोग को लेकर आपातकालीन आदेश भी जारी किए है, ताकि महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और निवासियों की अवैध खननकर्ताओं के हमले से सुरक्षा की जा सके. आयुक्त ने बताया कि पोरगेरा स्टेशन को गैर-निवासी सभी व्यक्तियों के लिए निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है. इसके साथ ही पोरगेरा घाटी में सुबह 6 बजे से 8 बजे के बीच कर्फ्यू लागू रहेगा.
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