चीन में पेट्स का खुमार! जल्द ही बच्चों से ज्यादा होंगे पालतू कुत्ते-बिल्ली, जिनपिंग की बढ़ी टेंशन

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Pets in China: चीन की आबादी लगातार बूढ़ी होती जा रही है. इस वहज से वहां की सरकार भी परेशान है. तमाम नीतियों के बावजूद भी लोग बच्चे पैदा करने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. दूसरी ओर देश के युवाओं में पेट्स का शौक इतना चढ़ा है कि जल्‍द ही चीन में बच्‍चों से ज्‍यादा पालतू जानव हो जाएंगे. खासतौर से कुत्‍तों और बिल्‍ली की संख्‍या चीनी घरों में तेजी से बढ़ी है. ये बदलाव चीनी सरकार के लिए नया सिरदर्द बन रहा है. 2016 में चीन ने एक बच्चे की नीति को खत्म कर दिया था और सरकार अब चाहती है कि जोड़े तीन बच्चे पैदा करें. लेकिन यहां के लोग बच्चों के बजाय कुत्ते और बिल्ली पाल रहे हैं.

पालतू जानवरों के साथ बहुत खुश हैं लोग

सीएनएन ने चीन में पालतू जानवरों को रखने की चाह और बच्चों से दूरी पर एक रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट के मुताबिक, सात साल पहले शादी करने वाले हैनसेन और उनकी पत्नी मोमो बीजिंग शहर के अपने अपार्टमेंट में छह पालतू जानवरों के साथ रहते हैं. इन पेट्स का वह बच्चों की तरह की ध्यान रखते हैं, जिन्हें चीन की भाषा में ‘फर बेबीज’ या ‘माओ हैजी’ कहते हैं. चीन में हैनसेन और मोमो जैसे ऐसे जोड़े बड़ी संख्या में हैं जिनके अपने बच्चे नहीं हैं और वे पालतू जानवरों के साथ बहुत खुश हैं.

बच्चों से ज्यादा हो जाएंगे पेट्स!

निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स की जुलाई की एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल के आखिर तक चीन के शहरों में पेट्स की संख्या चार साल की उम्र के बच्चों की संख्या से अधिक हो जाएगी. रिपोर्ट बताती है कि जल्द ही चीनी शहरों में इतने चार साल से कम उम्र के बच्चे नहीं होंगे, जितने जिसमें पालतू जानवर होंगे. वहीं 2030 तक शहरी चीन में पालतू पशुओं की संख्या देश में छोटे बच्चों की संख्या से लगभग दोगुनी हो जाएगी. अगर ग्रामीण क्षेत्रों में कुत्तों और बिल्लियों की संख्या को शामिल कर लिया जाए तो ये संख्या और बढ़ जाएगी.

सरकार के लिए बन रहा सिरदर्द

कुत्ते और बिल्ली के भोजन की बिक्री में बढ़ोत्‍तरी का जिक्र करते हुए गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ये कैसे चीनी अधिकारियों के लिए टेंशन बन रहा है. गोल्डमैन ने पाया कि पालतू जानवरों का भोजन चीन में सबसे तेजी से बढ़ते उपभोक्ता क्षेत्रों में से एक है, जो लगातार बढ़ रहा है. 2017 और 2023 के बीच हर साल इसकी बिक्री में औसतन 16 प्रतिशत की बढ़ोत्‍तरी हुई है. अगले छह वर्षों में चीन में पेट्स फूड 15 अरब डॉलर का उद्योग बन सकता है. पेट्स के प्रति प्रेम बच्चों की चाह को और कम कर सकता है, जो सरकार की परेशानी को और बढ़ाने का काम करेगा.

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