PM Michel Barnier: मिशेल बार्नियर हाल ही में फ्रांस के नए प्रधानमंत्री बने है. मिशेल बार्नियर के पीएम बनने पर जिस बात का डर था आखिरकार वहीं हुआ. बर्नियर के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही विरोध शुरू हो गया है, जिसके तहत लेफ्ट के प्रदर्शनकारियों ने पेरिस समेत नैनटेस, नीस, मार्सिले और स्ट्रासबर्ग में रैली निकाली गई. इस दौरान राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो पर सत्ता हड़पने का आरोप भी लगाया गया.
विरोध में सडकों पर उतरे लोग
ऐसे में फ्रांस के आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि रैली में एक लाख लोग शामिल हुए, वहीं, लेफ्ट नेता ने पूरे फ्रांस में तीन लाख लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने का दावा किया है. दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के ने बृहस्पतिवार को मिशेल बार्नियर को नया प्रधानमंत्री नामित किया था. यह नियुक्ति दो महीने पहले हुए चुनाव के बाद की गई है.
मैक्रो पर भी प्रदर्शनकारियों ने जाहिर किया गुस्सा
बता दें कि राष्ट्रपति मैक्रों ने जुलाई में पूर्व प्रधानमंत्री गेब्रिएल एटल और उनकी सरकार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था. दरअसल, लेफ्ट का मकसद 37 वर्षीय अर्थशास्त्री लूसी कास्टेट्स को प्रधानमंत्री बनाना था, लेकिन राष्ट्रपति मैक्रो ने कहा कि वह संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाएंगीं, जिसे लेकर प्रदर्शनकारियों ने मैक्रो पर भी गुस्सा जाहिर किया और उनसे इस्तीफा देने की मांग की.
संसद में विश्वास मत हासिल करना है बाकी
देशभर में चल रहे विरोध के बाद प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर ने कहा कि वह सभी राजनीतिक विचाराधारा के लोगों को साथ लेकर चलने के लिए तैयार हैं. हालांकि उन्हें अभी संसद में विश्वास मत हासिल करने के साथ ही 2025 तक का बजट भी पेश करना है. ऐेसे में उन्होंने कहा कि मैं सभी फ्रांसीसी लोगों की निगरानी में हूं. बजट, सुरक्षा, आव्रजन, सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी बार्नियर ने कहा कि वह सबकी बात सुनेंगे.
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