‘दिलों और परंपराओं को जोड़ती है रामायण’, बैंकॉक में ‘रामकियेन’ देखने के बाद बोले PM Modi

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PM Modi in Thailand : प्रधानमंत्री मोदी छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए थाईलैंड में हैं. ऐसे में वो 4 अप्रैल, शु्क्रवार को क्षेत्रीय नेताओं के साथ सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे. इससे पहले आज पीएम मोदी के दक्षिण-पूर्व एशियाई देश में पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने उनका स्वागत ‘मोदी मोदी’ और ‘वंदे मातरम’ के जोशीले नारों से किया. वहीं, थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री सूर्या जुंगरुंगरेंगकिट ने कई शीर्ष अधिकारियों के साथ हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बैंकॉक पहुंचने पर रामायण के थाई संस्करण ‘रामकियेन’ को देखा. दरअसल, ‘रामकियेन’ को भारत और थाईलैंड के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक माना जाता है.

रामकियेन का एक आकर्षक प्रदर्शन

रामकियेन के देखने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्ट में लिखा कि ‘एक अद्वितीय सांस्कृतिक जुड़ाव! थाई रामायण, रामकियेन का एक आकर्षक प्रदर्शन देखा. यह वास्तव में समृद्ध अनुभव था जिसने भारत और थाईलैंड के बीच साझा सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को खूबसूरती से प्रदर्शित किया.’  उन्होंने आगे कहा कि “रामायण एशिया के इतने सारे हिस्सों में दिलों और परंपराओं को जोड़ता है.”

वहीं, इससे पहले उन्‍होंने कहा कि “प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनवात्रा के निमंत्रण पर, मैं आज थाईलैंड की आधिकारिक यात्रा और छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना हो रहा हूं. पिछले दशक में, बिम्सटेक बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में क्षेत्रीय विकास, संपर्क, आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है. उन्‍होंने कहा कि अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण, भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र बिम्सटेक के केंद्र में है.”

बिम्सटेक नेताओं के साथ बातचीत के लिए उत्‍सुक

इसके साथ ही पीएम मोदी ने बिम्सटेक नेताओं के साथ बातचीत के प्रति उत्साह भी व्यक्त किया था. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि “मैं बिम्सटेक देशों के नेताओं से मिलने और हमारे सहयोग को और मजबूत करने के लिए रचनात्मक रूप से बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं.”

क्‍या है बिम्सटेक?

बता दें कि बिम्सटेक एक क्षेत्रीय समूह है जिसमें बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के सात सदस्य देश शामिल हैं, जिसमें दक्षिण एशिया से पांच (बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल और श्रीलंका) और दक्षिण पूर्व एशिया से दो (म्यांमार और थाईलैंड) शामिल है. सात देशों का यह समू‍ह दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच एक महत्वपूर्ण पुल के रूप में कार्य करता है. वहीं, भारत इसका सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली सदस्य है, जो इसके एजेंडे को आकार देता है और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देता है.

इसे भी पढें:- चुनावी कार्यक्रम में स्टेज से नीचे गिरे ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज़, सामने आया वीडियों

More Articles Like This

Exit mobile version