PM मोदी ने अबू धाबी में हिंदू मंदिर का किया उद्घाटन, देखिए मनमोहक तस्वीरें

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PM Modi inaugurate Temple In UAE: संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने BAPS मंदिर का उद्घाटन किया. अरब देशों की भूमि पर बना यह पहला हिंदू मंदिर है, जिसके लिए जमीन अबू धाबी के प्रिंस ने दान की और मंदिर को बनाने में हर मजहब के लोग शामिल रहे. अब हर मजहब के लोगों के लिए यह मंदिर खुला रहेगा.

इस मंदिर का निर्माण बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने करवाया है. यह वही संस्था है, जिसने दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर बनवाया था. अबू धाबी में बने मंदिर में परब्रह्म-परमेश्वर समेत देवी-देवताओं की हजारों मूर्तियां स्थापित की गई हैं. मूर्तियों की संख्या 30 हजार बताई जा रही है. उनके पत्थरों की नक्काशी राजस्थान में की गई थी.

इस मंदिर की लागत 700 करोड़ रुपए आई है. इसका उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 फरवरी को यूएई पहुंचे. आज बसंत पंचमी के अवसर पर उन्होंने पहले मंदिर प्रांगण में पूजा की. उसके बाद अन्य अनुष्ठानों में हिस्सा लिया.

पीएम मोदी ने फीता काटकर किया मंदिर का उद्घाटन

PM मोदी ने मंदिर का उद्घाटन फीता काटकर किया. मंदिर के उद्घाटन के बाद वहां आरती की गई. इसे वैश्विक आरती कहा गया क्योंकि इसी समय पर UAE के साथ भारत और कई दूसरे देशों के BAPS मंदिरों में भी आरती की गई.

 

पीएम मोदी ने स्वामी से आशीर्वाद लिया

आरती के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गर्भगृह में गए और प्रत्येक देवता की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद महंत स्वामी का आशीर्वाद लिया.

हर मजहब के लोग कर सकते हैं दर्शन

BAPS के स्वामी अक्षर वत्सल ने कहा कि यह मंदिर सभी मत-मजहब के लोगों में पूजनीय होगा. यहां भारत, खाड़ी देशों, इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फ्रांस और अफ्रीका से भी भक्त आ रहे हैं. इस मंदिर में लोहे या स्टील का इस्तेमाल नहीं किया गया है.

स्तंभ से लेकर तक छत तक नक्काशी

BAPS स्वामीनारायण मंदिर के संत ब्रह्मविहरिदास स्वामी ने कहा, “रेगिस्‍तानी धरा पर यह मंदिर प्राकृतिक प्रेम और प्राकृतिक मित्रता से अस्तित्‍व में आया है.” मंदिर परिसर के आधे हिस्से में पार्किंग है, और यहां दर्शनार्थियों के लिए अन्‍य सुविधाएं भी हैं. इसके स्तंभ से लेकर तक छत तक नक्काशी की गई है.

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