कुवैत में अपनी जगह बना रहे ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद, भारत-कुवैत बन सकते हैं रणनीतिक साझेदार

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PM Modi Kuwait Visit: कुवैत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक दौरे का आज दूसरा दिन है. ऐसे में उन्‍हें रविवार को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. पीएम मोदी कुवैती अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्‍वागत भी किया गया. इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी होने की भी बात कही.

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और कुवैत के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंध हैं. दोनों देश तेल और गैस के क्षेत्र में अवसरों की तलाश करके अपने पारंपरिक क्रेता और विक्रेता संबंधों को एक रणनीतिक साझेदारी में बदलने के लिए तैयार हैं.

युद्ध के मैदान में नहीं खोजा जा सकता संघर्षों का समाधान

इस दौरान पीएम मोदी ने उन प्रयासों में मदद करने की इच्छा जाहिर की, जिससे गाजा और यूक्रेन में शीघ्र शांति की बहाली हो सके. उन्होंने संघर्ष विराम पर जोर देते हुए कहा कि युद्ध के मैदान में ऐसे संघर्षों का समाधान नहीं खोजा जा सकता. साथ ही उनहोंने फिलि‍स्तीन के लिए एक संप्रभु, स्वतंत्र और सक्षम राज्य की स्थापना के लिए बातचीत द्वारा दो-देश समाधान के प्रति भारत के समर्थन को भी दोहराया.

भारत-कुवैत में सहयोग की अपार संभावनाएं

बता दें कि कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता और चौथा सबसे बड़ा एलपीजी आपूर्तिकर्ता है. ऐसे में पीएम मोदी ने आगे भी ये सहयोग जारी रखने के संभावनाओं पर जोर दिया. उन्‍होंने कहा कि इस समय भारत तीसरा सबसे बड़ा वैश्विक ऊर्जा, तेल और एलपीजी उपभोक्ता बनकर उभर रहा है और कुवैत के पास वैश्विक तेल भंडार का लगभग 6.5 प्रतिशत हिस्सा है.

पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए ‘पेट्रोकेमिकल’ क्षेत्र एक और आशाजनक अवसर प्रदान करता है, क्योंकि भारत का तेजी से बढ़ता ‘पेट्रोकेमिकल’ उद्योग 2025 तक 300 अरब अमेरिकी डॉलर का हो जाएगा.

भारत के लिए जीसीसी अत्यंत महत्वपूर्ण

भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और कुवैत के बीच ऊर्जा साझेदारी केवल आर्थिक संबंधों का एक स्तंभ नहीं, बल्कि यह विविध और टिकाऊ विकास के लिए एक प्रेरक शक्ति भी है, जो साझा समृद्धि के भविष्य की ओर मार्ग प्रशस्त करती है. उन्‍होंने कहा कि भारत के लिए खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) अत्यंत महत्वपूर्ण है. ये कुवैत समेत छह मध्य पूर्वी देशों का संगठन है और भारत का खाड़ी देशों के साथ संबंध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों पर आधारित हैं.

कुवैत में अपनी जगह बना रहे ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद

बता दें कि जीसीसी क्षेत्र भारत के कुल व्यापार का तकरीबन छठा हिस्सा है और यहां करीब एक तिहाई भारतीय प्रवासी रहते हैं. इस क्षेत्र में रहने वाले करीब 90 लाख भारतीय इसकी आर्थिक वृद्धि में सकारात्मक योगदान दे रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा के भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु का काम करता है साथ ही व्यापार और वाणिज्य उनके द्विपक्षीय संबंधों के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद कुवैत में अपनी जगह बना रहे हैं.

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