AI Summit 2025: इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा AI… आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट में बोले PM मोदी

Raginee Rai
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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AI Summit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक्‍शन समिट 2025 को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने AI को मानावता के लिए मददगार बताया है. कहा कि यह इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है. ऐसी शासन व्यवस्था और मानक स्थापित करने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयास की जरूरत है जो हमारे साझा मूल्यों को कायम रखें, जोखिमों का समाधान करें और विश्वास का निर्माण करें.

ग्रैंड पैलेस में एआई एक्शन समिट का आयोजन

बता दें कि पेरिस के ग्रैंड पैलेस में एआई एक्शन समिट का आयोजन किया है. पीएम मोदी फ्रांस के इमैनुएल मैकों के साथ इस समिट की सह अध्‍यक्षता कर रहे हैं. समिट में पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं एक सरल प्रयोग से शुरुआत करता हूं. यदि आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट एआई ऐप पर अपलोड करते हैं, तो यह सरल भाषा में, बिना किसी शब्दजाल के आपके स्वास्थ्य के लिए इसका क्या मतलब है, समझा सकता है, लेकिन, अगर आप उसी ऐप से किसी व्यक्ति का बाएं हाथ से लिखते हुए चित्र बनाने को कहते हैं, तो ऐप सबसे अधिक संभावना किसी व्यक्ति को उसके दाएं हाथ से लिखते हुए दिखाएगा.’

अभूतपूर्व स्केल और स्पीड से डेवलप हो रहा है AI

प्रधानमंत्री ने कहा कि एआई अभूतपूर्व स्केल और स्पीड से विकसित हो रहा है. साथ ही इसे और भी तेजी से अपनाया और लागू किया जा रहा है. सीमाओं के पार भी गहरी निर्भरता है. इसलिए, शासन और मानकों को स्थापित करने के लिए सामूहिक वैश्विक प्रयासों की जरूरत है जो हमारे साझा मूल्यों को अपलोड करते हैं, जोखिमों को संबोधित करते हैं और विश्वास का निर्माण करते हैं.

लेकिन, शासन केवल दरार और प्रतिद्वंद्विता को प्रबंधित करने के बारे में नहीं है. यह नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक भलाई के लिए इसे लागू करने के बारे में भी है. इसलिए हमें नवाचार और शासन के बारे में गहराई से सोचना चाहिए और खुलकर चर्चा करनी चाहिए.’

अर्थव्यवस्था, सुरक्षा को नया आकार दे रहा एआई 

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक ​​कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है. एआई इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है. “हमें ओपन सोर्स सिस्टम विकसित करना चाहिए जो विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ाए. हमें पक्षपात रहित गुणवत्तापूर्ण डेटा सेंटर बनाने चाहिए. हमें प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण करना चाहिए.

उन्‍होंने आगे कहा कि एआई की सकारात्मक क्षमता बिल्कुल अद्भुत है. हालांकि, इसमें कई पूर्वाग्रह हैं, जिनके बारे में हमें सावधानी से सोचने की जरूरत है. इसीलिए मैं अपने मित्र राष्ट्रपति मैक्रों का इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने और मुझे इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित करने के लिए आभारी हूं. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस दौरा समाप्‍त कर कल अमेरिका के लिए रवाना हो जाएगे.

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