10 घंटे की रेल यात्रा के बाद आज यूक्रेन पहुंचेंगे पीएम मोदी, जानिए क्यों खास है यह दौरा

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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PM Modi Ukraine Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों की पोलैंड यात्रा समाप्त करने के बाद आज यूक्रेन पहुंच रहे हैं. करीब 30 सालों बाद कोई भारतीय पीएम यूक्रेन की यात्रा पर जा रहा है. यह यात्रा अपने आप में कई मायनों में ऐतिहासिक है. राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के निमंत्रण पर पीएम मोदी यूक्रेन की यात्रा पर पहुंच रहे हैं. इसके लिए वह पोलैंड से ट्रेन से यूक्रेन के लिए रवाना हो गए हैं. करीब 10 घंटों की ट्रेन की यात्रा पूरी करने के बाद वह यूक्रेन आज पहुंच रहे हैं.

दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के निमंत्रण पर यूक्रेन की यात्रा पर गए पीएम मोदी ने कहा, “वह जारी संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को लेकर यूक्रेनी नेता के साथ अपने विचार साझा करेंगे.”पीएम मोदी ने कहा कि उनकी यूक्रेन की यात्रा मॉस्को की उनकी यात्रा के लगभग छह सप्ताह बाद हो रही है, जिसकी अमेरिका और उसके कुछ पश्चिमी सहयोगियों ने आलोचना की थी. साल 1991 में यूक्रेन के स्वतंत्र होने के बाद से यह किसी भारतीय पीएम का पहला दौरा है.

जानिए क्या बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की यात्रा से पहले कहा कि मैं राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर विचारों को साझा करने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाने के मौके की प्रतीक्षा कर रहा हूं. एक मित्र और साझेदार के रूप में, हम इस क्षेत्र में शीघ्र शांति और स्थिरता की वापसी की उम्मीद करते हैं. आपको बता दें कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पीएम मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव की यात्रा कर रहे हैं. इस यात्रा में करीब 10 घंटों का समय लगेगा.

भारत अशांत क्षेत्र में शांति का समर्थक

उल्लेखनीय है कि भारत ने यूक्रेन पर हो रहे रूस के हमले की निंदा अबतक नहीं की है. भारत का मानना है कि वह वार्ता और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के समाधान का आह्वान कर रहा है. पोलैंड की यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत अशांत क्षेत्र में शांति का समर्थन करता है. यह युद्ध का युग नहीं है और किसी भी संघर्ष को कूटनीति और बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए. इसी के साथ पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि हमारा रुख बहुत स्पष्ट है – यह युद्ध का युग नहीं है.

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