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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
PM Modi In Sri Lanka: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके (Anura Kumara Dissanayake) के साथ अनुराधापुरा में स्थित जया श्री महाबोधि मंदिर (Jaya Sri Mahabodhi Temple) का दौरा किया. इस अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी ने पीएम मोदी के हाथ पर रक्षा सूत्र भी बांधा.
क्या है मंदिर का महत्व?
दरअसल, यह मंदिर भारत और श्रीलंका के लिए आध्यात्मिक और सभ्यतागत रूप से बहुत महत्व रखता है. मंदिर में एक बोधि वृक्ष है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसे सम्राट अशोक की बेटी थेरी संघमित्रा द्वारा भारत से लाए गए पौधे से पनपा था. विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “6 अप्रैल को राष्ट्रपति दिसानायके और प्रधानमंत्री एक साथ ऐतिहासिक शहर अनुराधापुरा जाएंगे. वे जय श्री महाबोधि मंदिर में अपना सम्मान अर्पित करेंगे, जिसका भारत-श्रीलंका सभ्यता साझेदारी में विशेष महत्व है. भारत से थेरी संघमित्रा द्वारा लाया गया पौधा इस मंदिर के परिसर में लगाया गया था.”
पीएम मोदी दिन में पहले ऐतिहासिक शहर अनुराधापुरा पहुंचे, जहां उन्हें श्रीलंकाई वायु सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक शहर में पहुंचने पर राष्ट्रपति दिसानायके ने गर्मजोशी से स्वागत किया. यात्रा के कुछ पलों को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, “अपने मित्र राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ अनुराधापुरा में.”
दोनों नेता महो-ओमानथाई लाइन के उन्नत रेलवे ट्रैक और महो-अनुराधापुरा रेलवे खंड के लिए नवनिर्मित सिग्नलिंग सिस्टम का भी संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे. दोनों परियोजनाएं भारत की सहायता से विकसित की गई हैं, जो दोनों देशों के बीच मजबूत बुनियादी ढांचा साझेदारी को और गहरा करती हैं.
उन्नत रेलवे परियोजनाओं को भारत सरकार के रेल मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड ने पूरा किया है. इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से व्यापक चर्चा की.
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक प्रतिष्ठित “श्रीलंका मित्र विभूषण” से सम्मानित किया गया, जो भारत और श्रीलंका के बीच स्थायी मित्रता और गहरे ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित करता है. इस दिन कई क्षेत्रों में कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर और आदान-प्रदान भी हुआ, जिसमें दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से भारत समर्थित प्रमुख पहलों का अनावरण किया.