Poland Drought: इस दिनों पोलैंड में सूखे के हालात गंभीर होते जा रहे हैं. अधिकांश नदियां सूख रही हैं. राष्ट्रीय मौसम एजेंसी के मुताबिक, इस समय पोलैंड की सबसे लंबी नदी विस्तुला लगभग सूख गई है. सूखे के चलते राजधानी में इसका जलस्तर रिकॉर्ड निम्न जल स्तर पर पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि विस्तुला का इतना कम जलस्तर कभी नहीं देखा गया.
साल 2015 से भी बदतर हालात
IMGW मौसम संस्थान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए बताया कि पोलैंड की हालत साल 2015 से भी बदतर हो गई है. यहां पानी कम होता जा रहा है, जिससे नदियों का जलस्तर कम हो रहा है. संस्थान के मुताबिक, वारसॉ के एक मापक स्टेशन पर इसका स्तर 25 सेंटीमीटर (10 इंच) तक गिर गया. यह रिकॉर्ड पिछले एक सेंटीमीटर अधिक है.
पोलैंड में सूखे का जिम्मेदार कौन?
वहीं, जल विज्ञानी ग्रेजगोरज वालिजेव्स्की ने बताया कि पौलेंड में सूखे का जिम्मेदार जलवायु परिवर्तन है. यहां बर्फबारी कम हो रही है, जिससे सर्दी के मौसम में ठंड में कम लग रही है. उन्होंने बताया कि यहां कम दिनों की बारिश और उच्च तापमान के कारण जल स्तर नीचे जा रहा है.
मानवता के इतिहास का सबसे अधिक गर्म साल
हालांकि इससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस साल की गर्मियों के दौरान धरती का तापमान सबसे ज्यादा रहा. उसमे ये भी कहा गया था कि साल 2024 मानवता के इतिहास में सबसे गर्म साल रहा. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल की यह रिकॉर्ड तोड़ गर्मी मानव जनित कारणों के अलावा, जलवायु परिवर्तन, अल नीनो प्रभाव और मौसम संबंधी बदलाव हैं.
देश को दो भागों में बांटती है नदी
बता दें कि विस्तुला नदी 1,000 किलोमीटर (621 मील) से अधिक लंबी नदी है, जिसको यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में सबसे लम्बी नदी का दर्जा मिला हुआ है. विस्तुला नदी देश को दो भागों में बांटती है और बाल्टिक सागर में जाकर गिरती है.
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