MIT ने पीएचडी कर रहे भारतीय मूल के छात्र को किया निलंबित, जानें क्या है मामला

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

MIT Suspended Indian Origin student Prahlad Iyengar: अमेरिका स्थित ‘मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ (MIT) ने पीएचडी कर रहे भारतीय मूल के एक छात्र सस्‍पेंड कर दिया है. भारतीय मूल के छात्र प्रह्लाद अयंगर को फलस्तीन समर्थक सक्रियता के वजह से  जनवरी 2026 तक निलंबित कर दिया गया है. प्रह्लाद ने विश्वविद्यालय के फैसले के खिलाफ अपील की है. दरअसल, अयंगर ने कॉलेज की मैगजीन में प्रकाशित एक निबंध में शांतिवादी रणनीति की आलोचना करते हुए फलस्तीन के संदर्भ में अपनी राय रखी है.

कैंपस में नहीं होगी एंट्री

प्रह्लाद अयंगर के लिखे निबंध का टाइटल ‘ऑन पैसिफिज्म’ है. निबंध में पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फलस्तीन का लोगो भी था, जिसे अमेरिकी गॅवर्नमेंट एक आतंकवादी संगठन मानती है. एमआईटी ने इस निबंध को हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला बताते हुए अयंगर की कैंपस में प्रवेश पर रोक लगा दी है. यूनिवर्सिटी का कहना है कि निबंध में इस्तेमाल की गई भाषा और लोगो का शामिल होना हिंसा को उकसाने वाली है.

शैक्षणिक करियर होगा प्रभावित 

इस बीच ‘एमआईटी कोलिशन अगेंस्ट अपार्थेड’ नाम के एक संगठन ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है. इसमें बताया गया है कि नेशनल साइंस फाउंडेशन के फेलो प्रह्लाद अयंगर को जनवरी 2026 तक सस्‍पेंड कर दिया गया है. संगठन ने कहा कि इस निलंबन से अयंगर की पांच साल की एनएसएफ फेलोशिप समाप्त हो जाएगी और शैक्षणिक करियर प्रभावित होगा.

पहले भी अयंगर को किया गया था सस्पेंड

हालांकि, प्रह्लाद अयंगर ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उनका उद्देश्‍य केवल अपनी राय व्यक्त करना था. उन्होंने हिंसा का समर्थन नहीं किया. बता दें कि पहले भी अयंगर को सस्‍पेंड किया गया था. पिछले साल फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनों के वजह से उन्हें निलंबित किया गया था.

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