Greece: ग्रीस में ताबड़तोड़ प्रॉपर्टी खरीद रहे भारतीय, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Property in Greece: बीते कुछ समय से भारतीय इन्वेस्टर्स की प्रॉपर्टी खरीदने के मामले में ग्रीस में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है, जो सभी को हैरान कर रही है. ऐसे में सभी के मन में यह सवाल है कि आखिर इसके पीछे की वजह क्‍या है, क्‍यों सभी ग्रीस के पीछे भाग रहे है?

ऐसे में आपको बता दे कि ग्रीस में 1 सितंबर से कुछ ऐसे नियामक बदलाव हुए है, जिसका भारतीय इन्वेस्टर भरपूर लाभ लेना चाहते हैं.

इन्वेस्टमेंट के बदले मिलती है ये सुविधा

दरअसल, ग्रीस सरकार की तरफ से साल 2013 में लॉन्च की गई ग्रीस गोल्डन वीजा स्कीम प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट के बदले वहां रहने की परमिशन देती है. जो गैर यूरोपियन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है. हालांकि शुरुआत में इसकी कीमत करीब ढाई लाख यूरोस यानी 2.2 करोड रुपए की सीमा यूरोप में सबसे कम थी, जिसके कारण इन्वेस्टर इस निवेश की ओर काफी अट्रैक्ट हुए हैं और यही वजह है कि ग्रीस के रियल एस्टेट बाजारों ने रफ्तार और तेज कर ली है.

तेजी से बढ़ रही घरों की कीमतें

वहीं, अब भारतीय इन्वेस्टर्स भी प्रॉपर्टी खरीदने के लिए पारोस, क्रेते और सेंटोरिनी जैसे फेमस ग्रीक आयरलैंड्स की ओर जा रहे हैं. हालांकि, बढ़ते डिमांड के चलते ग्रीस के घरों की कीमतें भी काफी तेजी से बढ़ने लगी है. राजधानी एथेंस, मायकोनोस, थेसालोनिकी और सेंटोरिनी जैसे इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं. इन्हीं समस्याओं से निपटने के लिए ग्रीस सरकार ने इन इलाकों में प्रॉपर्टीज के लिए इन्वेस्टमेंट सीमा को बढ़ाकर 8,00,000 लाख यूरोस यानी कि लगभग 7 करोड रुपए कर दिया है, जो 1 सितंबर 2024 से एक्टिव हो चुका है.

क्‍या है इन नियमों का उद्देश्‍य?

हालांकि ग्रीस में इन नियमों के मकसद कीमतों में आ रही तेज रफ्तार को रोकना और जिन इलाकों में डेवलपमेंट काम है उन इलाकों में निवेश को बढ़ाना है. दरअसल, कुछ ही मनों में भारतीय खरीदारों की भी जबरदस्त भीड़ ग्रीस में उमड़ी है. कई इन्वेस्टर ने 6 से लेकर 12 महीनों की समय सीमा वाली प्रॉपर्टीज में इन्वेस्ट किया है, जो कि निर्माणाधीन है.

इस योजना के फायदे

आपको बता दें कि गोल्डन वीजा के तहत सालाना 3 से 5 फीसदी की अट्रैक्टिव किराए का मुनाफा देता है. साथ ही देश में प्रॉपर्टी के रेट हर साल 10 फीसदी की दर से बढ़ते जाते हैं. इतना ही नहीं यहां कोरोना महामारी के बाद इस रेट काफी उछाल आया है. वहीं, इन्वेस्टर्स को भी यहां पर अच्छी स्वास्थ्य सुविधा शिक्षा यूरोपीय संघ के अंदर अपना बिजनेस एस्टेब्लिश करने का भी मौका मिलता है.

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