Protest in Bangladesh: बांग्लादेश में एक बार फिर आरक्षण वाले मामले में देशव्यापी प्रदर्शन शुरू हो गया है. सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर जारी प्रदर्शन के दौरान रविवार को अलग-अलग हिस्सों में हुए झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 101 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. इस बीच बांग्लादेश की सरकार ने सोमवार को प्रदर्शनकारियों के आम जनता से ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ में भाग लेने का आह्वान करने के बाद इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया. इसी के साथ सरकार ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐप’ और ‘इंस्टाग्राम’ को भी बंद रखने का आदेश दिया है.
दरअसल, प्रदर्शनकारी बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. देश के कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प की खबरे भी सामने आई हैं. इस झड़प में कम से कम 100 लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. इसके बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए देश भर में इंटरनेट सेवा को प्रतिबंधित कर दिया है, इसी के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी रोक लगा दी गई है.
बांग्लादेश में इंटरनेट सेवा बंद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 101 लोगों की मौत हो गई. ‘एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट’ ने सोमवार को अपना ‘‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’’ आयोजित करने की योजना बनाई है. पहले इस रैली को एक दिन बाद आयोजित किया जाना था. लगातार बढ़ती हिंसा के कारण पूरे देश में इंटरनेट सेवा को बंद करना पड़ा है और देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू करना पड़ा है.
पुलिस का एक्शन जारी
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में कर्फ्यू के कारण आवामी लीग का शोक जुलूस रद्द कर दिया गया है. राजधानी ढाका के कई इलाकों में केवल सरकारी वाहन चलते नजर आए. ढाका के कई इलाकों में शैक्षणिक संस्थानों के कुछ छात्र ‘मार्च टू ढाका’ में भाग लेने के लिए सुबह 10 बजे से पहले और बाद में ढाका सेंट्रल शहीद मीनार पर एकत्रित हो गए. जिनको खदेड़ने का काम पुलिस ने किया. इसके लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. वहीं, पुलिस द्वारा सभी छात्रों तथा उनके अभिभावकों से सुरक्षित घर लौटने का अनुरोध किया गया.
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