Radiation Storm: अभी पिछले हफ्ते आए सौर तूफान को वैज्ञानिक पूरी तरह से समझ ही नहीं पाए है कि एक नई समस्या चुनौती बनकर सामने आ गई है. दरअसल, वैज्ञानिको के मुताबिक, सोलर स्टॉर्म के बाद अब रेडिएशन स्टॉर्म आने वाला है, जिसे लेकर वैज्ञानिको ने चेतावनी जारी की है. उन्होंने बताया है कि सूर्य की सतह से बड़ी बड़ी लपटें उठ रही हैं, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन का उत्सर्जन हो रहा है. जिसमें बड़ी मात्रा में चार्ज्ड पार्टिकल्स हैं. इन पार्टिकल्स की स्पीड सूर्य की सतह पर हो रहे मैग्नेटिक एक्टिविटी के चलते काफी ज्यादा तेज हो गई है.
स्टॉर्म को लेकर एक्सपर्ट्स का बयान…
सूर्य पर हो रहे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन के उत्सर्जन से निकले कई चार्ज पार्टिकल्स को धरती की तरफ बढ़ते हुए देखा जा रहा है. ऐसे में ये पार्टिकल्स हमारे ग्रह की मैग्नेटिक फील्ड और एटमॉस्फेयर से इंटरैक्ट कर सकते हैं, जिससे सैटेलाइट कम्युनिकेशन में बाधा उत्पन्न करने के साथ ही पावर ग्रिड को भी ठप कर सकते है. इतना ही नहीं, अंतरिक्ष में मौजूद एस्ट्रोनॉट्स के लिए रेडिएशन का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है.
क्या होगा धरती पर इसका प्रभाव?
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेयरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने बताया कि यह आने वाला रेडिएशन स्टॉर्म बीते हफ्ते आए जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म से काफी अलग होगा. आपको बता दें कि यह जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म इतना शक्तिशाली था कि यदि वह पृथ्वी को सीधे हीट करता तो वो ग्रह की प्रोटेक्टिव मैग्नेटिक फील्ड मैग्नेटोस्फेयर को नुकसान पहुंचा सकता था.
दरअसल, मैग्नेटोस्फेयर रेडिएशन स्टॉर्म के अधिकांश हिस्से को अब्जॉर्ब कर लेगा. हालांकि ग्रह के चुंबकीय ध्रुवों पर ऐसा नहीं हो सकेगा. क्योंकि यहां पर यह मैग्नेटिक फील्ड नीचे की तरफ कर्व हो जाती है.
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