Red Sea Attack: यमन के हूती विद्रोही अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहे है. इन्होंने लाल सागर में एक बार फिर अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाया है, जिसमें अमेरिकी विमानवाहक पोत, एक युद्धपोत और तीन जहाज शामिल है. इस दौरान ईरान समर्थित समूह के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने बताया कि यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर और हिंद महासागर में कई अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाकर कुल छह अभियान चलाया है.
ईरान गठबंधन हूती संगठन नवंबर से ही लाल सागर में लगातार ड्रोन हमले कर रहा है. बता दें कि हूती विद्रोही समूह ईरान से जुड़े होने के साथ ही यमन के सबसे अधिक आबादी वाले हिस्सों पर नियंत्रण रखता है. ऐसे में समूह का कहना है कि गाजा में इजराइल से लड़ रहे फिलिस्तीनियों के समर्थन में वे हमला कर रहे हैं.
Yemen's Houthi rebels launched a second attack in 24 hours against the US aircraft carrier Dwight Eisenhower in the Red Sea, using missiles and drones. They also reported hitting a US destroyer and three merchant ships in the Red Sea and Indian Ocean. pic.twitter.com/jYTk4aMo5t
— Real News (@DrNeculai) June 2, 2024
इन जहाजों को बनाया निशाना
याह्या सारी ने कहा कि समूह ने ‘लाल सागर के उत्तर में अमेरिकी विमानवाहक पोत आइजनहावर को कई ड्रोनों और मिसाइलों से निशाना बना रहा है. इतना ही नहीं लाला सागर में पिछले 24 घटें में विमानवाहक जहाजों को दोबारा निशाना बनाया गया है.’ सारी ने बताया कि अन्य अभियानों में लाल सागर में एक अमेरिकी विध्वंसक और एबीएलआईएएनआई जहाज को निशाना बनाया गया. इसके अलावा मैना जहाज को लाल सागर और अरब सागर में दो बार निशाना बनाया गया.
ड्रोन और मिसाइल से कर रहे हमला
सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि अलोराइक जहाज को हिंद महासागर में निशाना बनाया गया है. हूती लड़ाकों के ड्रोन और मिसाइल हमले बाब अल-मंदाब जलडमरूमध्य और अदन की खाड़ी को टारगेट कर रहे हैं. यही वजह है कि नवंबर 2023 से ही मालवाहको को दक्षिणी अफ्रीका के आसपास लम्बी और अधिक महंगी यात्राएं करनी पड़ रही हैं.
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