पाकिस्तान होगा मालामाल, मिला ऐसा खजाना कि अब फर्श से अर्श तक पहुंचने में नहीं लगेगी देर!

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Good News For Pakistan: पाकिस्तान के हाथ एक ऐसा खजाना लगा है, जिसका प्रयोग अगर वह सही ढंग से करे तो फर्श से अर्श तक जाने में देर नहीं लगेगी. इस खजाने के प्रयोग के बाद से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की दिशा और दशा बदल जाएगी.

दरअसल, पाक के अधिकार वाले समुद्र के नीचे तेल और नेचुरल गैस का भंडार मिला है. यह तेल भंडार विश्व का चौथा सबसे बड़ा तेल और गैस भंडार हो सकता है. जिस दौरान पाकिस्तान अपने आर्थिक स्थिति के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है उस दौरान तेल और नेचुलर गैस का भंडार मिलना एक बड़ी उम्मीद है. हालांकि, कई जानकारों का कहना है कि सवाल यह है कि तेल और नेचुरल गैस क्या वाकई पाकिस्तान की किस्मत बदलेगा या फिर केवल उम्मीद बनकर रह जाएगा.

पाकिस्तान के लिए बड़ी उम्मीद

मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान के समुद्री क्षेत्र में किए गए भूगर्भीय सर्वेक्षण से इस विशाल तेल और गैस भंडार की पहचान हुई है. शुरुआती अनुमानों के अनुसार यह भंडार दुनिया का चौथा सबसे बड़ा भंडार हो सकता है. इस बात की सूचना पाकिस्तान के सरकारी विभागों ने दी है. पाकिस्तान द्वारा इस भंडार का लाभ उठाने के लिए ‘ब्लू वाटर इकॉनमी’ के अंतर्गत प्रयास शुरू किए जा चुके हैं. इस भंडार का लाभ उठाने के साथ समुद्र से अन्य कीमती खनिजों से लाभ लेने की योजना भी पाकिस्तान बना रहा है.

इन चुनौतियों से गुजरना होगा

पाकिस्तान के लिए तेल और नेचुलर गैस का भंडारा भले मिला है, लेकिन इस खोज में कई चुनौतियां भी हैं. पाकिस्तान के तेल और गैस नियामक प्राधिकरण (OGRA) के पूर्व सदस्य मुहम्मद आरिफ इस पूरे मामले में सलाह बरतने की बात कही है. उन्होंनें कहा है कि कोई गारंटी नहीं है कि इस खोज में कोई सकारात्मक रिजल्ट मिले. उनके द्वारा यह भी बताया गया कि तेल और गैस के दोहन के लिए लगभग 5 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.4 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये का निवेश लगाना होगा. वहीं, इसको निकालने में कम से कम 5 सालों का वक्त भी लगेगा.

बुरे दौर में पाकिस्तान

पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. साल 2022 की बाढ़ ने पाकिस्तान को काफी प्रभावित किया और यहां की अर्थव्यवस्था चरमरा गई. वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका ने भी पड़ोसी मुल्क की विकास दर को 1.7% तक गिरा दिया. पाकिस्तान ने विदेशों से लोन लिया. पाकिस्तान द्वारा विदेशों से लिया गया लोन बढ़कर 126 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है. पाकिस्तान में ऊंची महंगाई, घटते विदेशी भंडार और बढ़ते वित्तीय दबावों के कारण आर्थिक स्थिति काफी वीक हो गई है.

पाकिस्तान बनेगा राजा से रंक?

गौरतलब है कि अगर तेल और प्रकृतिक गैस के भंडारन के मिलने के बाद पाकिस्तान इसका सही प्रयोग करता है तो वह अपने देश के ऊर्जा संकट से काफी हदत पार पा सकेगा. खासकर गैस भंडार की खोज से महंगी LNG आयात की जरूरत कम हो सकती है और तेल के भंडार पर देश के आयात पर निर्भरता को कम करने में सफल होगा. इस खोज ने पाकिस्तान को ऊर्जा से भर दिया है और जब तक इन भंडारन के बारे में सही तरीके से परीक्षण ना हो तब तक केवल आंकलन ही लगाया जा सकता है.

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