Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन जंग में शेरों की एंट्री! जान बचाकर भागी Russian Army

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Russia and Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच 3 वर्षों से चल रहे भीषण युद्ध अब शेरों की भी एंट्री हो चुकी है. ऐसे में बॉर्डर लाइन के जंग क्षेत्र में इन शेरों ने रूसी सेना का रास्‍ता रोक दिया जिसके बाद रूसी सेना को जान बचाकर भागना पड़ा.

दरअसल, रूसी सेना को पछाड़ने वाले ये पांच यूक्रेनी शेर थें, जिन्‍हें अब रेस्क्यू कर इंग्लैंड भेज दिया गया है. हालांकि रूस और यूक्रेन में युद्ध अभी भी जारी है, लिहाजा अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बाद उन्हें इंग्लैंड में नया ठिकाना मिल गया है.

कुपोषित शेरनी भी भेजे गए इंग्‍लैड

बताया जा रहा है कि अब इंग्लैंड भेजे गए शेरों के झुंड में 2 कुपोषित शेरनी को भी ले जाया गया है. इनमें से एक शेरनी अपना जीवन एक अपार्टमेंट में सीमित रहकर बिता रही थी. दूसरी इतनी सदमे में थी कि वह मुश्किल से चल पा रही थी. यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र से 5 आघातग्रस्त शेरों को बचाया गया.

सड़क-नाव मार्ग से शेरों को पहुंचाया गया इंग्लैंड

सूत्रों के मुताबिक, युद्ध की फांस में फंसे इन शेरों को जल और सड़क मार्ग के जरिये 12 घंटे से अधिक की यात्रा करने के बाद बिग कैट अभयारण्य पहुंचाया गया. इनमें अफ्रीकी नर शेर रोरी और शेरनी अमानी, लीरा और वांडा इस महीने बेल्जियम के चिड़ियाघरों और पशु आश्रयों में अस्थायी घरों से सड़क और नौका द्वारा 12 घंटे की यात्रा के बाद बिग कैट अभयारण्य में पहुंचे. वो अगस्त में पहुंची शेरनी युना के साथ अभयारण्य के नए शेर बचाव केंद्र में शामिल हुए, जो आधिकारिक तौर पर मंगलवार को खुलता है.

रूसी आक्रमण के खिलाफ 5 यूक्रेनी शेर अग्रिम पंक्ति में

शेरों को संरक्षित करने वाले अधिकारियों के मुताबिक, शेरों के इस झुंड में से 5 शेर रूसी हमले के खिलाफ आगे की पंक्ति में थे. कुछ शेरों को उनके मालिकों ने उपेक्षित करते हुए छोड़ दिया था. इनमें से युना को एक छोटी ईंट की कोठरी में रखा गया था. ऐसे में एक हमले के दौरान मिसाइल का मलबा उसके बाड़े के पास गिरा था, जिसके बाद वह सदमे में आ गई थी.

वहीं शेर रोरी के साथ एक निजी चिड़ियाघर में दुर्व्यवहार किया गया, जबकि अभयारण्य के कर्मचारियों का मानना ​​है कि भाई-बहन अमानी और लीरा को शावकों के रूप में पर्यटकों के साथ उनकी तस्वीरें लेने के लिए पाला गया था. जबकि वांडा को एक अपार्टमेंट में रखा गया था, वह कुपोषित थी और परजीवियों से ग्रस्त थी.

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