Russia: यूक्रेन के द्वारा लगा कहे जाने के बाद आखिरकार रूस ने यह स्वीकार ही कर लिया कि यूक्रेन के खिलाफ उत्तर कोरियाई सैनिकों ने रूस के समर्थन में कुर्स्क क्षेत्र में लड़ाई लड़ी थी. दरअसल, शनिवार को रूस के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव ने यह पुष्टि किया कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि उन्होंने ‘यूक्रेनी घुसपैठ को खदेड़ने के दौरान रूसी सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध अभियानों में भाग लिया’ और ‘युद्ध में धैर्य, साहस और वीरता दिखाई’.
रूस के कुर्स्क क्षेत्र से निकाले गए यूक्रेनी सैनिक
वहीं क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव का कहना है कि सभी यूक्रेनी सैनिकों को रूस के कुर्स्क क्षेत्र से बाहर निकाल दिया गया है. हालांकि यूक्रेनी अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया. यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने कहा कि उसके बल कुर्स्क क्षेत्र में रूसी सैनिकों को रोकना जारी रखते हैं, जो रूस के इस दावे को खारिज करता है कि यूक्रेन को क्षेत्र से पूरी तरह से हटा दिया गया है.
राष्ट्रपति पुतिन ने रूसी सैनिकों व कमांडरों को दी बधाई
इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने रूसी सैनिकों और कमांडरों को बधाई दी और कहा कि कीव की घुसपैठ पूरी तरह से विफल हुई है. पुतिन ने कहा है कि ‘कुर्स्क के सीमा क्षेत्र में हमारे दुश्मन की पूरी तरह से हार हमारे सैनिकों और मोर्चे के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए आगे की सफलताओं के लिए सही परिस्थितियां बनाती है.’
क्या है मामला
दरअसल, यूक्रेनी सेना ने अगस्त 2024 में सीमा पार हमला करके और अनुमानित 1,300 वर्ग किलोमीटर भूमि पर नियंत्रण करके रूस को चौंका दिया. ऐसे में देश के नेताओं का मानना था कि रूसी क्षेत्र पर कब्जा करने से भविष्य में किसी भी शांति वार्ता में मदद मिल सकती है, लेकिन उनके लाभ धीरे-धीरे कम होते गए और 2025 की शुरुआत में यूक्रेनी सैनिकों ने क्षेत्र पर नियंत्रण खोना जारी रखा.
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