Russia: रूस और यूक्रेन के बीच करीब ढाई साल से जंग जारी है. इस युद्ध में जहां अमेरिका, नाटो और यूरोपीय देश यूक्रेन के साथ हैं, वहीं चीन और जापान जैसे देश रूस का समर्थन कर रहे हैं. इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को सख्त चेतावनी दी है. ये चेतावनी खासतौर से नाटो और अमेरिका के लिए है. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि अगर नाटों ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत दी गई तो वह इसे युद्ध का ऐलान समझेंगे. उन्होंने कहा कि नाटो के इस कदम को वह उनके युद्ध में सीधे प्रवेश की तरह देखेंगे, और इसके लिए नाटो को गंभीर परिणाम भुगतना होगा.
नाटो देश, अमेरिका और यूरोपीय देश भी रूस के खिलाफ जंग में
पुतिन ने ये बयान ऐसे सयम में दिया है जब अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन के लिए लंबी दूरी की हथियार सिस्टम के उपयोग पर प्रतिबंध हटाने का संकेत दे रहे हैं. ये मिसाइल यूक्रेन को अमेरिका ने दी है. रूसी राष्ट्रपति का कहना है कि यूक्रेनी सेना नाटो के मदद के बगैर लंबी दूरी की मिसाइल का इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को पुतिन ने मीडिया के साथ एक बातचीत में कहा, ‘यूक्रेन से मिसाइल बैन हटाए जाने का सीधा अर्थ यह होगा कि नाटो देश, अमेरिका और यूरोपीय देश भी रूस के खिलाफ जंग में हैं. ऐसा होने पर संघर्ष में आए बदलाव को देखते हुए हम उन खतरों के जवाब में उचित निर्णय लेंगे जो खतरे हमारे सामने आएंगे.
मिसाइल के इस्तेमाल से घातक हो सकता है संघर्ष
बता दें कि हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन की यात्रा की थी. यूक्रेन की राजधानी कीव में एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि व्हाइट हाउस रणनीतिक बदलाव के अनुरूप कुछ बैन हटा सकता है. उन्होंने कहा था कि आपने लगातार मुझे कहते हुए सुना है कि हमने जरूरतों के मुताबिक फैसले लिए हैं. आज जब युद्ध का मैदान और तरीके बदल गए है तो ऐसे में इसमें कोई संदेह नहीं है कि जैसे-जैसे चीजें बदलेंगी, उसी के हिसाब से फैसला लिया जाएगा. अमेरिकी अधिकारियों ने चिंता जताई है कि यूक्रेन को रूस के अंदर हमला करने की अनुमति देने से संघर्ष बढ़ सकता है. हालांकि अमेरिका से बैन हटाने के संकेत मिले हैं, लेकिन अभी तक लंबी दूरी के हमलों की अनुमति नहीं दी गई है.
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