Russia-Ukraine War: रूस-युक्रेन युद्ध में मारे गए इतने श्रीलंकाई नागरिक, जांच में हुआ अहम खुलासा

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Russia-Ukraine War: पिछले दो साल से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. इस युद्ध में न सिर्फ जानें गई हैं, बल्कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुई है. इसके अलावा लाखों लोगों को बेघर भी होना पड़ा. फिलहाल रूस ने यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में जमीनी हमला तेज कर दिया गया है. यूक्रेन युद्ध में रूस और यूक्रेन की तरफ़ से कई देशों के लोग लड़ रहे हैं, इनमें से अधिकतर भाड़े के लड़ाके हैं. इसका खुुलासा एक जांच रिपोर्ट में हुआ है.

बता दें कि श्रीलंकाई सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी को पूर्व सैनिकों को रूस भेजने के मामले में संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. रूस-यूक्रेन युद्ध में श्रीलंकाई सेना के पूर्व सैनिकों को रूसी सेना में सेवा देने के लिए भेजा गया. भारत से भी ऐसे कई युवकों को धोखे से रूस की सेना में भर्ती किया गया. ये सभी सैनिक भाड़े पर गए हैं. इनमें कई सैनिक युद्ध के दौरान मारे भी गए हैं.

श्रीलंका के 17 नागरिक मारे गए

दरअसल, श्रीलंका की सरकार ने अपने कई नागरिकों, जिनमें से अधिकतर पूर्व सैनिक थे, उनके यूक्रेन युद्ध में शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद जांच शुरू की थी. इसके लिए श्रीलंका सरकार की तरफ से जांचकर्ताओं की एक टीम गठित की गई. जांचकर्ताओं की टीम का कहना है कि श्रीलंका के कम से कम 17 नागरिक यूक्रेन युद्ध में ‘भाड़े के लड़ाके’ के रूप में लड़ते हुए मारे गए हैं.

जांच में हुआ खुलासा

ज्ञात हो कि शुक्रवार को श्रीलंका की पुलिस ने जानकारी दी थी कि कम से कम आठ पूर्व सैनिक यूक्रेन युद्ध में लड़ते हुए मारे गए हैं. जांच करने वाले अधिकारियों का कहना है कि मारे गए अधिकतर लोगों को मानव तस्करों ने ऊंचे वेतन और कई तरह के प्रलोभनों का लालच दिया था. जिसके बाद युद्ध के दौरान मोर्चे पर जाने के लिए मजबूर कर दिया गया.

श्रीलंका के जांचकर्ताओं के मुताबिक, श्रीलंका से जाकर युद्ध में शामिल होने वाले अधिकतर लोग रूस की तरफ़ से लड़ रहे हैं. वहीं, करीब एक तिहाई श्रीलंकाई लड़ाके यूक्रेन की तरफ़ से युद्ध में लड़ रहे हैं. फिलहाल जांचकर्ताओं की टीम ने एक रिटायर्ड जनरल समेत दो लोगों को मानव तस्करी के आरोपों में गिरफ़्तार किया गया है.

युवाओं को नौकरी का लालच देकर भेंजते थे रुस

बताते चलें कि इससे पहले भारत के भी कई नागरिकों के रूस की तरफ़ से यूक्रेन युद्ध में शामिल होने की रिपोर्टें आईं थीं. भारतीय जांच एजेंसियों ने भी इस संबंध में कई लोगों को गिरफ़्तार कर कार्रवाई किया. हाल ही में सीबीआई ने अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह से जुड़े 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी भारतीय युवाओं को आकर्षक नौकरियों की आड़ में धोखा युक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए रूसी सेना में शामिल कराते थे.

 

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