Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन जंग को शुरू हुए तीन साल से भी अधिक का समय हो गया, लेकिन अभी भी इसके थमने की दूर-दूर तक कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. हालांकि इस जंग को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार दोनों देशों से बातचीत कर रहे है, लेकिन उससे भी कोई फायदा नहीं हो रहा है.
दरअसल हाल ही में ट्रंप ने इस युद्ध को लेकर रूस वार्ता की है, जिसके बाद रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का बड़ा बयान सामने आया है. सर्गेई लावरोव ने कहा है कि अमेरिकी वार्ताकारों के साथ कई दौर की बातचीत हुई है, लेकिन दोनों देशों के बीच यूक्रेन संकट के समाधान को लेकर कोई सहमति नहीं बन सकी है.
अमेरिका से बातचीत के लिए तैयार है रूस
सर्गेई लावरोव का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब रूस द्वारा यूक्रेन में हमले तेज कर दिए गए हैं. रूसी मंत्री का कहना है कि रूस, अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखने के लिए तैयार है, क्योंकि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके पूर्ववर्ती जो बाइडेन के रुख के बीच स्पष्ट अंतर देखता है. उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के देशों और ब्रिटेन के विपरीत, ट्रंप प्रशासन इस मुद्दे की तह तक जाने की कोशिश कर रहा है और यह अच्छी बात है कि वो यूक्रेन संकट के मूल कारण को जानना चाहते है.
रूस ने नाटो को दी धमकी
हालांकि इस अमेरिका और रूस के इस बातचीत से पहले रूस के खुफिया प्रमुख सर्गेई नारिश्किन ने नाटो को खुली धमकी दी थी. उन्होंने कहा था कि यदि पोलैंड और बाल्टिक देश लातविया, लिथुआनिया, एस्तोनिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आते है, तो रूस जवाबी कार्रवाई करेगा.
नारिश्किन ने कहा कि यदि नाटो ने रूस और बेलारूस के खिलाफ आक्रामकता दिखाई, तो सबसे पहले पोलैंड और बाल्टिक देशों को नुकसान होगा. दरअसल रूस पोलैंड की योजना के तहत बेलारूस और रूस के कलिनिनग्राद क्षेत्र की सीमा पर 20 लाख एंटी टैंक माइंस बिछाने की प्लानिंग कर रहा है.
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