Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को अपने एक साक्षात्कार में कहा कि कीव के नियंत्रण वाले क्षेत्र को नाटो की सदस्यता का प्रस्ताव यूक्रेन में ‘‘युद्ध का चरम दौर’’ समाप्त कर देगा, लेकिन इस सैन्य गठबंधन में शामिल होने के किसी भी प्रस्ताव को देश के उन सभी हिस्सों तक विस्तारित किया जाना चाहिए जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के अंतर्गत आते हैं.
जेलेंस्की के इस बयान ने भविष्य में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की सदस्यता के लिए यूक्रेन के मुश्किल राह पर आगे बढ़ने का संकेत दिया. वहीं, कुछ समय पहले वाशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन में, इसके 32 सदस्यों ने घोषणा किया था कि यूक्रेन सदस्यता के लिए ‘‘पीछे मुड़कर नहीं देखने के’’ रास्ते पर है.उनहोंने कहा कि आगे बढ़ने में एक बाधा यह रही है कि इसमें शामिल होने से पहले यूक्रेन की सीमाओं को स्पष्ट रूप से चिह्नित किया जाना आवश्यक होगा.
यूक्रेन का दूसरा हिस्सा रूस
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि आप किसी देश के सिर्फ एक हिस्से को न्योता नहीं दे सकते. क्यों? क्योंकि इस तरह आपको पता चल जाएगा कि यूक्रेन केवल यूक्रेन का एक ही हिस्सा है और दूसरा हिस्सा रूस है. दरअसल, यूक्रेन के संविधान के तहत, कीव रूस द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्र को रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता नहीं दे सकता. इसलिए कानूनी तौर पर, हमें कब्जे वाले क्षेत्र को रूस के क्षेत्र के रूप में मान्यता देने का कोई अधिकार नहीं है.
अपने क्षेत्र को वापस लेगा यूक्रेन
दरअसल, साल 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से रूस-यूक्रेन के करीब पांचवें हिस्से को अपने नियंत्रण में रखने के लिए जद्दोजहद कर रहा है. जबकि पहले से ही पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन इसके नियंत्रण में है. ऐसे में जेलेंस्की ने कहा कि यदि हम युद्ध के इस चरम दौर को समाप्त करना चाहते हैं, तो हमें यूक्रेन के उस क्षेत्र को नाटो के दायरे में लाना चाहिए जो हमारे नियंत्रण में है और हमें जल्द से जल्द यही करना है, इसके बाद यूक्रेन कूटनीतिक तरीके से अपने क्षेत्र का दूसरा हिस्सा वापस पा सकता है.
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