रूस-यूक्रेन युद्ध में नया मोड़, यूक्रेन ने 1200 से ज्यादा रूसी सैनिकों को किया ढेर

Raginee Rai
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Russia-Ukraine War: वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी बीच रूस के 1200 से अधिक सैनिकों के मारे जाने की खबरें सामने आई है. अमेरिका जहां शांति वार्ता के प्रयास कर रहा है, वहीं यूक्रेनी सेना जंग के मैदान में रूसी सैनिकों को मार रही है. द कीव इंडिपेंडेंट ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया है कि 17 मार्च को जंग के मैदान में 1210 रूसी सैनिक मारे गए. 16 मार्च को यूक्रेन ने पुतिन के 1400 से अधिक सैनिक मारे. वो भी तब, जब शांति वार्ता के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ रूस के राजधानी मॉस्को में हैं.

8 लाख 95 हजार रूसी सैनिक ढेर  

रिपोर्ट के अनुसार, जंग में अब तक रूस के 8 लाख 95 हजार सैनिक मारे जा चुके हो चुके हैं. अमेरिका से खुफिया जानकारी मिलने के बाद यूक्रेन हर घंटे रूस के 55 से ज्यादा सैनिकों को मार रहा है. यूक्रेन की सेना एक ओर हवाई ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है, तो वहीं चलने वाले ड्रोन से भी रूसी सैनिकों को जंग के मैदान में दौड़ा रही है.

अब तक यूक्रेन ने रूस के एक सबमरीन और 28 बोट को मार गिराया है. 10,000 से ज्यादा रूसी टैंक नष्ट हो चुके हैं. वहीं रूस ने ओब्लास्ट और खारसेन जैसे इलाकों पर कब्जा कर लिया है. यूक्रेन ने कहा कि रूस ने उसके 20 फीसदी हिस्से को अपने कब्जे में ले लिया है, जिसे छोड़ने के बाद ही शांति की बात होगी.

शांति के लिए शर्तों पर दांव

एक ओर जहां रूस और यूक्रेन जंग के मैदान में मजबूती से आमने-सामने है, वहीं दूसरी ओर शांति के लिए शर्तों का दांव भी खेलना शुरू कर दिया है. रूस ने कहा है कि जंग के बाद यूक्रेन न्यूट्रल स्थिति में रहे. वहीं नाटो की सदस्‍यता लेने की कवायद न करे.

जबकि यूक्रेन का कहना है कि जो जमीन रूस के कब्जे में है, उसे पहले छोड़ा जाए. वहीं रूस अस्थाई के बदले स्थाई शांति समझौते पर हस्ताक्षर करे, जिससे आने वाले पीढ़ी प्रभावित न हो. वहीं एक पेच शांति सैनिकों की तैनाती को लेकर भी फंसा है. रूस का कहना है कि किसी भी देश को यूक्रेन में शांति सैनिक तैनात नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना युद्ध की आग में फिर से घी डालने जैसा होगा.

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