Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग को तीन साल पूरे होने वाले है. इस जंग में नए नए प्लेयर्स की एंट्री हो रही है. इस जंग में रूस पर लगातार आरोप लगते रहे हैं कि वह नॉर्थ कोरिया और यमन के हूती विद्रोहियों की भर्ती अपनी सेना में कर रहा है. अब इस जंग में ब्रिटिश आर्मी की भी एंट्री हो गई है. लेकिन ये एंट्री रूस के ओर से नहीं बल्कि यूक्रेन के ओर से हुई है. कथित तौर पर यूक्रेन की ओर से युद्ध लड़ने के लिए रूसी सैनिकों ने एक पूर्व ब्रिटिश सैनिक को गिरफ्तार किया है.
ब्रिटिश सैनिका को बनाया गया बंदी
रूस की स्टेट मीडिया एजेंसी आरआईए ने एक सुरक्षा सूत्र का हवाला देते हुए बताया है कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में 22 साल के जेम्स स्कॉट को बंदी बनाया गया है. वहीं जेम्स स्कॉट के पिता स्कॉट एंडरसन ने डेली मेल से बातचीत में अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. उन्हें डर है कि जेम्स स्कॉट को रूस की जेलों में टॉर्चर किया जाएगा.
ब्रिटिश आर्मी में सर्विस कर चुका है जेम्स स्कॉट
वहीं ब्रिटिश विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह स्कॉट के परिवार की सहायता कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, एक रूस समर्थक टेलीग्राम चैनल पर जेम्स से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें एक युवा दाढ़ी वाला लड़का, मिलिट्री यूनिफॉर्म में दिख रहा है और उसके दोनों हाथ पीछे की ओर बांधे गए हैं. वीडियो में दिख रहा शख्स इंग्लिश में बता रहा है. वो बता रहा है कि उसने पहले ब्रिटिश आर्मी में सेवा दी है.
रिपोर्ट के अनुसार, रूस में गिरफ्तार हुआ पूर्व ब्रिटिश सैनिक का कहना है कि उसने 2019 से 2023 तक ब्रिटिश आर्मी में सेवा दी, लेकिन बाद में आर्मी से निकाले जाने के बाद उसने यूक्रेन की इंटरनेशनल लीजन के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था. जेस्म ने अपने इस फैसले को बेवकूफी भरा बताया है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने विदेशी नागरिकों से की थी अपील
दरअसल जब रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था तो यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडोमिर जेलेंस्की ने विदेशी नागरिकों से रूस के खिलाफ लड़ने का आग्रह किया था. जानकारी के अनुसार, जेलेंस्की की अपील के बाद हजारों विदेशी नागरिक यूक्रेनी सेना के इंटरनेशनल लीजन फॉर द डिफेंस यूनिट का हिस्सा बने.
कुर्स्क क्षेत्र से हुई जेम्स की गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, रूसी सेना ने जेस्म को बॉर्डर रीज़न कुर्स्क से गिरफ्तार किया था. इसी साल अगस्त में इस क्षेत्र में घुसपैठ करते हुए यूक्रेन ने कुर्स्क के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया था. इस क्षेत्र में रूस ने उत्तर कोरियाई सैनिकों सहित करीब 50,000 सैनिकों के साथ इलाके को वापस लेने के लिए अभियान शुरू किया है.
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