Russia Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच करीब दो घंटे तक हुई फोन पर बातचीत के दौरान रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध रोकने पर सहमति व्यक्त की, लेकिन तब तक जब तक पश्चिम सभी सैन्य सहायता बंद नहीं कर देता, पूर्ण युद्धविराम से इनकार कर दिया. जिसे लेकर अब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने रूस पर आरोप लगाया है कि उसने नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर किए गए ताजा हमलों के बाद अमेरिका समर्थित युद्धविराम प्रस्तावों को प्रभावी रूप से अस्वीकार कर दिया है. यूक्रेन ने रूस की शर्तों को खारिज कर पुतिन पर आशंका जताई है. उनका कहना है कि वह सीमा से जुड़ी कोई छूट देने को तैयार नहीं है.
व्हाइट हाउस के विशेष दूत ने की थी पुतिन से शांति समझौते पर चर्चा
वहीं, दूसरी शर्त है कि यूक्रेन नाटो के लिए पुतिन की बात मंजूर नहीं करेगा. इसके अलावा, रक्षा क्षमता को लेकर भी पुतिन की कोई सलाह नहीं मानी जाएगी. दरअसल, व्हाइट हाउस के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने रूस जाकर पुतिन से शांति समझौते पर चर्चा की थी, जिसमें रूस ने कुछ शर्ते रख दी थीं. उन्हीं शर्तों को नकारते हुए यूक्रेन ने अपनी शर्तें रखी हैं.
सिर्फ दिखावटी बाते कर रहे पुतिन
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने फोन कॉल से पहले कहा था कि वह पुतिन से उस ज़मीन और विजली संयंत्रों पर चर्चा करेंगे, जो 3 साल से जारी इस युद्ध के दौरान रूस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं. ऐसे में जेलेंस्की ने आशंका जताई है कि पुतिन सिर्फ दिखावटी बातें कर रहे हैं, क्योंकि रूसी सेना लगातार यूक्रेन पर हमले कर रही है.
इसके साथ ही जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यूक्रेन अपने कब्जे वाले क्षेत्रों को रूस का हिस्सा मानने के लिए तैयार नहीं है. वहीं ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका और रूस अब कुछ संसाधनों के बंटवारे पर बातचीत शुरू कर चुके हैं.
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