Russia Nuclear Weapons: रुस-युक्रेन बीच जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच रूसी राष्ट्रपति ने जर्मनी को चेतावनी दी है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि संप्रभुता या क्षेत्रीय अखंडता को खतरा होने पर वह परमाणु हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकता है. पुतिन के इस धमकी भरे बयान से पश्चिमी देशों में खलबची मच गई है.
दरअसल, रुस-यूक्रेन के बीच जारी जंग में यूक्रेन की तरफ से जर्मनी के हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बाद से पुतिन ने रूसी परमाणु हथियारों की धमकी पश्चिम को दी है. रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग में अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के वरिष्ठ संपादकों से बात करते हुए यह धमकी भरा बयान दिया है. आइए जानते हैं क्या कुछ बोले पुतिन…?
जानिए क्या बोले पुतिन
रुस युक्रेन युद्ध के बारे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पुतिन ने कहा, ‘किसी वजह से पश्चिम का मानना है कि रूस कभी इसका इस्तेमाल नहीं करेगा. लेकिन हमारे एक परमाणु सिद्धांत है, यह कहता है कि यदि किसी के कामों से हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को खतरा होता है, तो हम अपने लिए सभी साधनों का उपयोग करना संभव मानते हैं. इसे हल्के में, सतही तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए.’ इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने यह भी कहा कि रूस पश्चिमी देशों में टारगेट्स पर हमला करने के लिए अन्य को लंबी दूरी के हथियार मुहैया करा सकता है.
पुतिन ने दी जर्मनी को चेतावनी
रुसी राष्ट्रपति पुतिन पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यूक्रेन द्वारा रूस पर हमला करने के लिए उसके (जर्मनी के) हथियारों का इस्तेमाल किया जाना एक ‘खतरनाक कदम’होगा. इससे बर्लिन और मॉस्को के रिश्ते खत्म हो जाएंगे. पुतिन ने आगे कहा कि यूक्रेन को जर्मन टैंकों की आपूर्ति किया जाना रूस में कई लोगों के लिए एक झटका था. उन्होंने कहा, ‘अब अगर वे रूसी क्षेत्र में प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए मिसाइलों का उपयोग करते हैं तो इससे रूस और जर्मन के संबंध पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे.’
रूस के पास कितने परमाणु हथियार हैं?
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) का अनुमान है कि मॉस्को के पास लगभग 5,580 परमाणु हथियार हैं. इनमें से लगभग 1,200 को रिटायर कर दिया गया है लेकिन ज्यादातर सुरक्षित हैं. इनमें से करीब 4,380 को लंबी दूरी के स्ट्रेटेजिक लॉन्चरों और छोटी दूरी के स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर फोर्सेज के इस्तेमाल के लिए रखा गया हैं. इन आकड़ों के मुताबिक, रूस के पास इतने परमाणु हथियार हैं कि वह दुनिया को कई बार तबाह कर सकता है.
वहीं, शीत युद्ध के दौरान, सोवियत संघ के पास अधिकतम 40,000 परमाणु हथियार थे, जबकि अमेरिका के पास अधिकतम 30,000 परमाणु हथियार थे.