Russia: अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ आतंकवादी संगठन तालिबान पर मेहरबानी दिखाते हुए रूस ने उसपर लगे प्रतिबंध को हटा दिया. तालिबान पर 20 साल पहले लगा प्रतिबंध हटाने के बाद रूस सवालों के घेरे में आ गया है. भारत-यूएन सहित कई देशों ने इस पर नाराजगी जाहिए की. वहीं अब संयुक्त रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि तालिबान से जुड़े व्यक्तियों और कानूनी संस्थाओं के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आतंकवाद रोधी प्रतिबंधों का सम्मान करने के लिए वह प्रतिबद्ध है.
सुप्रीम कोर्ट ने हटाया प्रतिबंध
बता दें कि गुरुवार को इससे पहले यहां सुप्रीम कोर्ट ने तालिबान संगठन पर आतंकवादी संगठन के तौर पर प्रतिबंध को निलंबित कर दिया. शीर्ष अदालत ने अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान पर दो दशक से अधिक पुराने प्रतिबंध को हटा दिया, जिससे मॉस्को और काबुल के बीच पूरी तरह संबंध स्थापित होने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है. रूसी मीडिया के अनुसार, रूस को तालिबान के साथ काम करने की आवश्यकता महसूस होती है क्योंकि उसे अफगानिस्तान से लेकर मध्य पूर्व तक के देशों में स्थित इस्लामी आतंकवादी समूहों से एक बड़ा सुरक्षा खतरा है.
बता दें कि रूस ने 2003 में तालिबान आंदोलन को आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित कर दिया था. हालांकि, अगस्त 2021 में अमेरिकी सैनिकों की जल्दबाजी में वापसी के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया.
ये भी पढ़ें :- शख्स की मुट्ठी पर MS-13 लिखी तस्वीर… राष्ट्रपति ट्रंप के पोस्ट से मची खलबली, जानें माजरा