Russia-Ukraine War: यूक्रेन के साथ जंग में रूस ने बड़ी प्लानिंग कर रखी है. दरअसल सर्दी से पहले रूस यूक्रेन की कमर तोड़ देना चाहता है. अपने मकसद में कामयाब होने के लिए रूस ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बना रहा है. मालूम हो कि हाल के दिनों में रूस ने यूक्रेन पर जोरदार हमले किए हैं. इसी कड़ी में रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर भयंकर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं. अधिकारियों ने इन हमलों के बारे में जानकारी दी है. वहीं हमले के बाद इस बात की आशंका तेज हो गई है कि रूस का इरादा सर्दी से पहले यूक्रेन की ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बर्बाद करना है.
क्या बोले यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री?
यूक्रेनी ऊर्जा मंत्री हर्मन हालुशेंको ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि पूरे यूक्रेन में ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमले किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि देशभर में बिजली आपूर्ति बंद की जा रही है. कीव, खारकीव, खमेलनित्सकी, लुत्स्क रिव्ने, समेत मध्य और पश्चिमी यूक्रेन के कई शहरों में धमाके होने की जानकारी मिली है.
रूस ने किए कई हमले
यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि रूस ने सर्दी के मौसम में यूक्रेनी बुनियादी ढांचे और लोगों को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से ताबड़तोड़ हमले किए हैं. उन्होंने लिखा कि उत्तर कोरिया सहित रूस के पागल सहयोगियों ने उसकी मदद की.
पुतिन ने उठाया खैफनाक कदम
जानकारी दें कि हाल ही में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पहली बार यूक्रेन पर दुनिया की सबसे घातक मानी जाने वाली परमाणु मिसाइल शैतान-2 की तैनाती का आदेश जारी कर दिया है. पुतिन ने यह आदेश तक दिया जब पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को परमाणु हथियारों से लैस करने की बात कही है. वैसे तो इस रूसी मिसाइल का नाम आरएस-28 सरमत है, लेकिन पश्चिमी देश इसे शैतान-2 के कहते हैं. यह मिसाइल एक साथ दर्जनों परमाणु हथियार ले जा सकता है.
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