Russia Nuclear Threat: करीब 2.5 साल से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. दोनों देश एक दूसरे पर लगातार हमला कर रहे हैं. लेकिन अब तक इस जंग का कोई भी नतीजा सामने नहीं आया है. वहीं, इन सब के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐसा कदम उठाया है जिससे पूरी दुनिया में हंगामा मच गया है.
दरअसल, रूस पर बढ़े यूक्रेन के हमलों से व्लादिमीर पुतिन तिलमिला गए हैं और अपनी परमाणु नीति में बड़ा बदलाव किया है. उन्होंने पश्चिमी देशों को परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी दी है. पुतिन ने यूक्रेन के बढ़े हमलों पर बोलते हुए पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा, “अगर रूस पर पारंपरिक मिसाइलों से हमला किया गया तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है.” इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस पर किसी भी परमाणु शक्ति की मदद से किए गए हमले को संयुक्त हमला माना जाएगा.
पुतिन ने क्या ऐलान किया?
एएफपी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट की मानें तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने परमाणु हथियार के उपयोग पर रूस के नियमों को व्यापक बनाने की योजना की घोषणा की है. इससे रूस को बड़े हवाई हमले की स्थिति में परमाणु प्रतिक्रिया शुरू करने की अनुमति मिल सकेगी.
व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस पर किसी परमाणु शक्ति संपन्न देश के समर्थन से कोई गैर-परमाणु शक्ति वाला देश हमला करता है तो इसे रूसी संघ पर उनके संयुक्त हमले के रूप में देखा जाएगा. बता दें कि इससे पहले भी पुतिन ने अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन को चेतावनी दी थी.पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन को रूस पर हमले के लिए पश्चिमी देशों द्वारा आपूर्ति किए गए हथियारों का उपयोग करने की अनुमति देने का मतलब होगा कि रूस और नाटो के बीच युद्ध चल रहा है.
अब क्या है परमाणु सिद्धांत?
रूस का अब तक का परमाणु सिद्धांत ये था कि वह अपने और अपने सहयोगियों के विरुद्ध परमाणु और अन्य प्रकार के हथियारों के उपयोग के जवाब में परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकता है. हालांकि, संशोधित संस्करण में परमाणु हथियारों के उपयोग की स्थितियों को अधिक विस्तार से बताया गया है. इसमें कहा गया है कि परमाणु बम का उपयोग विमान, क्रूज मिसाइलों या ड्रोनों से बड़े पैमाने पर हवाई हमले की स्थिति में किया जा सकता है.
जानिए कब करेगा रूस परमाणु हमला?
यूक्रेन को अमेरिका और नाटो देशों ने कई विनाशकारी हथियार मुहैया कराए हैं, लेकिन इनमें घातक मिसाइलों के इस्तेमाल करने की इजाजत यूक्रेन को नहीं दी गई है. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका से इनके इस्तेमाल की इजाजत मांगी है. पुतिन ने साफ किया है कि अगर रूस के ऊपर घातक मिसाइलों, ड्रोनों और एयरक्राफ्ट से हमले किए गए तो वे इसको संयुक्त हमला मानेगा और परमाणु बमों का इस्तेमाल कर जवाबी कार्रवाई कर सकता है. पुतिन ने चेतावनी दी कि उसके निशाने पर यूक्रेन ही नहीं बल्कि उसको मदद करने वाले पश्चिमी देश भी होंगे.
(इनपुट: भाषा)