Russia: अमेरिका और ईरान के बीच टेंशन और भी अधिक होती जा रही है. आलम ये है कि अब अमेरिका ईरान पर हमले करने की योजना बना रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी स्टेल्थ बी टू बॉम्बर हमले के लिए तैयार हैं. वहीं, लादेन को दफनाने वाला वॉर शिप भेजा गया है. इसके अलावा अमेरिका के बड़े मिशनो में शामिल यूएसएस कार्ल विल्सन को फारस की खाड़ी में भेजा गया है.
वहीं, अमेरिका के अलावा इजरायल भी ईरान पर हमले करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसके लिए विध्वंसक हथियारों से ईरान की घेराबंदी की जा रही है और ईरान के खिलाफ सख्त प्रतिबंध की धमकी दी गई है. वहीं, ईरान से संचालित हूती विद्रोहियों पर विध्वंसक हमले किए गए हैं, जिसकी वजह ईरान पर परमाणु समझौते के लिए दबाव बनाना है.
क्या है अमेरिका की रणनीति?
दरअसल, मीडिल ईस्ट में ईरान को अलग थलग करने की अमेरिका की रणनीति है. लेकिन ईरान के साथ कई देश खड़े होते नजर आ रहे हैं. भारत ने करोड़ों रुपये खर्च कर ईरान में चाबहार पोर्ट का निर्माण करवाया है. ऐसे में यदि अमेरिका ईरान पर हमला करता है, तो उसका निशाना चाबहार पोर्ट भी हो सकता है, जिससे भारत को बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसे में अब भारत का पक्का दोस्त रूस अब खुलकर ईरान के सपोर्ट में उतर आया है और वो ईरान के दुश्मनों को रूस चेतावनी देता नजर आ रहा है.
ईरान पर हमला हुआ तो तबाही मचेगी
दरअसल, रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाकारोवा ने कहा कि ईरान पर हमला हुआ तो तबाही मच जाएगी. रूस की ये धमकी अमेरिका की ओर संकेत कर रही है, जिससे ईरान बड़ी राहत मिली है. वो भी ऐसे वक्त में जब अमेरिका से लेकर तमाम यूरोपीय देश ईरान को धमकाते नजर आ रहे हैं.
यूरोपीय देश ईरान पर बना रहे दबाव
वैसे भी रूस ईरान का बहुत अहम सहयोगी माना जाता रहा है और इस मुश्किल वक्त में ईरान के साथ खड़ा नजर आ रहा है. हालांकि ईरान को इस समय रूस जैसे ताकतवर मुल्क की बहुत ज्यादा जरूरत है. दरअसल, न सिर्फ अमेरिका बल्कि तमाम यूरोपीय देशों की तरफ से ईरान के ऊपर परमाणु डील पर दबाव लगातार बनाया जा रहा है. ऐसे में अमेरिका के संभावित हमले को लेकर ईरानी सेना हाई अलर्ट पर है.
खामनेई ने अमेरिका को दी चेतावनी
ईरानी मीडिया के मुताबिक, ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है. डिएगो गार्सिया द्वीप, जो ब्रिटेन के नियंत्रण में है, पर भी सभी की नज़र है, क्योंकि अतीत में अमेरिका ने इसी जगह से अफगानिस्तान और इराक पर हमले किए थे. वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खामनेई ने अमेरिका के किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की चेतावनी दी है.
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