दो दशक में पहली बार उत्तर कोरिया पहुंचे रूस के राष्ट्रपति, हुआ भव्य स्वागत

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Vladimir Putin North Korea Visit: अपने 24 साल के कार्यकाल में पहली बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया की राजकीय यात्रा की है. मंगलवार देर रात पुतिन उत्तर कोरिया पहुंचे. उनकी यह यात्रा दो दिनों की रहने वाली है. रूस की समाचार एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार इस राजकीय यात्रा को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि दोनों देश अमेरिका के साथ बढ़ते टकराव के मद्देनजर प्रतिबंधों से निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं.

दरअसल, पुतिन की उत्तर कोरिया की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. अगर विदेशी समाचार एजेंसियों की खबरों पर नजर डालें तो उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने प्योंगयांग के हवाई अड्डे पर पुतिन की अगवानी की.

उत्तर कोरिया में पुतिन का जोरदार स्वागत

ज्ञात हो कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में सड़कों को रूस के राष्ट्रपति के स्वागत के लिए तस्वीरों और रूसी झंडो से सजाया गया था. वहीं, एक बैनर पर लिखा था कि हम रूसी संघ के राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं.

बता दें कि पुतिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति के साथ उप प्रधानमंत्री डेनिस मंट्रूरोव, रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सहित कई शीर्ष अधिकारी भी उत्तर कोरिया की यात्रा कर रहे हैं. पुतिन के विदेश नीति सलाहकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की जानी है और कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाने हैं. इनमें संभवतः एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर समझौता भी शामिल होगा.

पुतिन ने कही ये बात

आपको बता दें कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर उनकी कार्रवाई का समर्थन करने के लिए किम जोंग उन को धन्यवाद किया. रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि दोनों देश अमेरिका के नेतृत्व वाले प्रतिबंधों से निपटने के लिए मिलकर काम करेंगे. राष्ट्रपति पुतिन उत्तर कोरिया की यात्रा ऐसे वक्त पर कर रहे हैं, जब दोनों देश अमेरिका के साथ तनातनी का सामाना कर रहे हैं. इतना ही नहीं दोनों देश पूरी दुनिया से अलग थलग पड़ चुके हैं.

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