कांगो के गोमा शहर पर विद्रोहियों का कब्जा, संयुक्त राष्ट्र ने जाहिर की चिंता; दहशत में हैं 20 लाख लोग

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Rwanda backed M23 rebels: मध्य अफ्रीका के एक देश में रवांडा समर्थित विद्रोहियों का आतंक जारी है, जिससे वहां के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. इसी बीच विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने पूर्वी कांगो के सबसे बड़े शहर गोमा पर कब्जा कर लिया है. ऐसे में कांगो सरकार ने इसे विद्रोहियों ‘युद्ध की घोषणा’ करार दिया है. वहीं, इस घटनाक्रम को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इससे शहर के 20 लाख लोग भारी दहशत में हैं.

विद्रोहियों ने की लोगों से शांत रहने की अपील

एम-23 विद्रोहियों ने एक बयान जारी कर गोमा शहर पर कब्‍जे का ऐलान किया है. उन्‍होंने ये ऐलान कांगो सेना को हथियार डालने के लिए उनके द्वारा दी गई 48 घंटे की समय सीमा समाप्त होने से कुछ समय पहले की है. बयान में विद्रोहियों ने गोमा के लागों को शांत रहने और कांगो सेना के सदस्यों से केंद्रीय स्टेडियम में एकत्र होने के लिए कहा है.

 

खराब हो सकते हैं गोमा के हालात

वहीं, संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट की मानें तो वर्तमान में उत्तरी किवु प्रांत की एक तिहाई से अधिक आबादी विस्थापित हो चुकी है और गोमा पर विद्रोहियों के कब्जा करने से यहां स्थिति और भी खराब हो सकती है. बता दें कि गोमा शहर उत्तरी किवु प्रांत में स्थित है. फिलहाल संयुक्‍त राष्‍ट्र शांति सैनिकों ने बीती रात से ही शहर के बाहरी इलाके में आत्‍मसमर्पण करने वाले सैन्य सदस्यों को लेकर जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है.

देश में युद्ध की स्थिति

कांगो सरकार के प्रवक्ता पैट्रिक मुयाया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान किया है. साथ ही उन्‍होंने ये भी कहा है कि देश में युद्ध की स्थिति है. कांगो ने रवांडा के साथ अपने राजनयिक संबंध भी तोड़ लिए हैं. उसका कहना है कि रवांडा विद्रोहियों का समर्थन कर रहा है.

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