S. Jaishankar met foreign ministers of G4 countries: भारतीय विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने सोमवार को अमेरिका के अपने आधिकारिक यात्रा के दौरान जी-4 देशों के समकक्षों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पाठ आधारित वार्ता के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार के लिए इस समूह की प्रतिबद्धता दोहरायी.
बता दें कि पाठ-आधारित वार्ता का मतलब किसी समझौते की ऐसी विषय वस्तु तैयार करने की प्रक्रिया से है, जिसे स्वीकार करने और जिस पर हस्ताक्षर करने के लिए सभी पक्ष तैयार हों. ऐसे में विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के दौरान जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा, जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक और ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा से मुलाकात की. दरअसल, जी-4 राष्ट्रों में ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान शामिल हैं,
जी4 के विदेश मंत्रियों से मिले जयशंकर
वहीं, विदेशमंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि न्यूयॉर्क में अपने समकक्षों–एनालेना बेयरबॉक, योको कामिकावा और माउरो विएरा के साथ जी4 विदेश मंत्रियों की पारंपरिक बैठक में शामिल होकर काफी प्रसन्नता हुई. उन्होंने बताया कि जी4 ने पाठ आधारित वार्ता के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी.
सुरक्षा परिषद में सुधार के प्रयासों में भारत अग्रणी
विदेश मंत्री ने कहा कि जी4 देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए एक-दूसरे की दावेदारी का समर्थन करते हैं. भारत, सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए वर्षों से किए जा रहे प्रयासों में अग्रणी रहा है. 1945 में स्थापित 15 देशों की परिषद 21वीं सदी के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उपयुक्त नहीं है. यह समकालीन भू-राजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित नहीं करती. साथ ही ध्रुवीकृत सुरक्षा परिषद शांति और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में भी विफल रही है.
वेनेजुएला के विदेश मंत्री से भी की मुलाकात
वहीं, वेनेजुएला के अपने समकक्ष यवान गिल के साथ भी ऊर्जा और आर्थिक सहयोग एवं अन्य मुद्दों पर बातचीत का जिक्र करते हुए जयशंकर ने लिखा कि आज यूएनजीए के इतर वेनेजुएला के विदेश मंत्री यवान गिल से मिलकर खुशी हुई. मुलाकात के दौरान ऊर्जा, स्वास्थ्य और आर्थिक सहयोग के साथ-साथ बहुपक्षवाद में सुधार पर भी चर्चा हुई.
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