सऊदी अरब ने नौकरियों में कर दिया बदलाव, इंजीनियरों के लिए लिया बड़ा फैसला!

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Saudi Arabia On Engineering Jobs: सऊदी अरब ने एक बड़ा फैसला लिया है, सउदी अरब की सरकार ने प्राइवेट सेक्टर की इंजीनियरिंग की नौकरियों में अपने नागरिकों के लिए आरक्षण की घोषणा की है. सऊदी अरब की किंगडम ने प्राइवेट इंजीनियरिंग नौकरियों में अपने नागरिकों के लिए 25 फिसदी आरक्षण प्रणाली को लागू कर दिया है. इसकी घोषणा रविवार को की गई. इसका मुख्य उद्देश्य कि सउदी अरब के लोगों की सहभागिता अधिक से अधिक अवसर मिले और नागरिकों को इस क्षेत्र में नौकरी मिल सके.

जानिए पूरा मामला

बता दें कि सउदी अरब के मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय ने इस योजना को लेकर बताया कि इस फैसले से इंजीनियरिंग क्षेत्र में सऊदी नागरिकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. सउदी अरब सरकार की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नगरपालिका, ग्रामीण मामलों और आवास मंत्रालय के साथ मिलकर मानव संसाधन मंत्रालय ने इंजीनियरिंग नौकरियों में 25 प्रतिशत लोकलाइजेशन यानी स्थानीयकरण कोटा लागू किया है.

सउदी अरब की प्रेस एजेंसी ने कहा कि ‘यह नीति सऊदी के पुरुषों और महिलाओं को नौकरी के और अधिक अच्छे अवसर देगी. माना जा रहा है कि इस नई नीति निजी क्षेत्र में हर कंपनी में लागू होगी जिसमें 5 से अधिक इंजिनियर काम कर रहे हैं. सउदी अधिकारियों ने इसी के साथ चेतावनी भी दी है कि जो कंपनी नियम नहीं मानेगी उनको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

‘विजन 2030’ पर किया जा रहा काम

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस अपने महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट ‘विजन 2030’ के तहत सऊदी अरब के हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन कर रहे हैं. इसी दिशा में एक और काम करते हुए वहां के शासन ने विभिन्न क्षेत्रों में सऊदीकरण यानी नौकरियों में सऊदी के नागरिकों को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया है. विजन 2030 के अनुसार किंगडन का लक्ष्य है सऊदी में बेरोजगारी को 7% तक लाई जाए. इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सऊदी अरब आय के स्रोतों में विविधता लाने का प्रयास कर रहा है और कच्चे तेल पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है.

भारत पर भी होगा असर

सऊदी अरब के प्राइवेट इंजीनियरिंग सेक्टर आरक्षण के बाद भारतीयों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्यों भारी संख्या में काम के तलाश में भारतीय सऊदी अरब का रूख करते हैं. नौकरी के लिए सऊदी अरब जाने वालों में स्किल्ड और सेमी-स्किल्ड कामगार शामिल होते हैं, इसमें कुछ इंजिनियर्स भी होते हैं.

एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में 1,78,630 भारत के लोग नौकरी की तलाश में सऊदी अरब गए थे. अब सऊदी अरब में प्राइवेट इंजीनियरिंग नें नौकरियों में अपने नागरिकों के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर दी गई है. ऐसे में संभव है कि भारत के लोगों को इस क्षेत्र में कम अवसर मिलेंगे.

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