Saudi Arabia-Iran relations: पिछले एक साल से इजरायल, हमास, लेबनान, और ईरान के बीच जंग जारी है. यहीं वजह है कि मिडिल ईस्ट में तनाव का माहौल बना हुआ है. वहीं, अब इसका प्रभाव इजरायल और सऊदी अरब सामान्यीकरण समझौते पर भी पड़ता हुआ नजर आ रहा है.
दरअसल पहले माना जा रहा था कि सामान्यीकरण समझौते के जरिए मध्य-पूर्व की स्थिति में बदलाव हो सकता है. लेकिन हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या के बाद इजरायल-सऊदी अरब सामान्यीकरण समझौता ठंडे बस्ते में चला गया है. वहीं, दूसरी ओर सऊदी अरब अपने पारंपरिक कट्टर दुश्मन ईरान के साथ संबंधों को बेहतर बना रहा है.
ईरान के साथ संबंध मजबूत कर रहा सऊदी अरब
बता दें कि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने हाल ही में इराक और ओमान समेत क्षेत्र के अन्य देशों की यात्रा करने से पहले सऊदी अरब का दौरा किया था. इस दौरान दोनों देशों के बीच फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण को लेकर भी बात हुई. वहीं, इसी महीने ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने खाड़ी देशों के विदेश मंत्रियों के साथ मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने ईरान को यह आश्वासन दिया कि इजरायल के साथ उसके युद्ध में वो तटस्थ रहेंगे.
सऊदी क्राउन ने उठाई फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण का मुद्दा
फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण का मुद्दा उठाते हुए सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था कि जब तक इजरायल फिलिस्तीनी राज्य के लिए अपने रुख नहीं बदलता है तब तक सऊदी अरब उसके साथ अपने संबंधों को सामान्य नहीं करेगा.
हालांकि इससे पहले क्राउन प्रिंस ने कहा था कि सऊदी अरब स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना, जिसकी राजधानी पूर्वी येरुशलम हो, की स्थापना के लिए अपने अथक प्रयासों को बंद नहीं करेगा. वहीं, दूसरी ओर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण की बात को अस्वीकार करते आए हैं. यही वजह है कि दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर नहीं हो पाए हैं.
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