Saudi Arabia: ईरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या के बाद पहली बार सऊदी अरब ने प्रतिक्रिया दी है. पहली बार ईरान की प्रतिद्वंद्वी समझे जाने वाले सऊदी ने हानिया की हत्या को ईरान की संप्रभुता का घोर उल्लंघन बताया है. दरअसल बुधवार को ईरान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के देशों की आपातकालीन बैठक बुलाई थी. इस बैठक में सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री वलीद-अल-खुरैजी ने हानिया की हत्या पर टिप्पणी की. वलीद ने कहा कि सऊदी राज्यों की संप्रभुता के किसी भी उल्लंघन या किसी भी राष्ट्र के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप’ को अस्वीकार करता है.
ओआईसी ने इजरायल को ठहराया जिम्मेदार
इस्लामिक सहयोग संगठन की अध्यक्षता कर रहे गॉम्बिया के विदेश मंत्री ने भी इसी तरह की ही प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह हमास के राजनीतिक चीफ हानिया की जघन्य हत्या से मध्य पूर्व में एक व्यापक संघर्ष की स्थिति पैदा होने का खतरा बना है. गांबिया के विदेश मंत्री ममदोउ तंगारा ने कहा कि हानिया की हत्या फिलिस्तीनी मामले को दबा नहीं सकेगी, बल्कि इसे और बढ़ाएगी जो फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए न्याय और मानवाधिकारों की तत्काल जरूरत को रेखांकित करती है. बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया कि ओआईसी ‘इस जघन्य हमले के लिए अवैध रूप से कब्जा करने वाली ताकत इजराइल को पूरी तरह से जिम्मेदार मानता है.’
ईरान ने कही इजराइल से रक्षा की बात
ओआईसी बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने कहा कि इस्लामी गणराज्य को इजराइल से अपनी रक्षा करनी होगी. ईरान ने इस्माइल हानिया की हत्या के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे सजा देने की कसम खाई है. हालांकि, इजराइल ने इस हाई-प्रोफाइल हत्या की न तो जिम्मेदारी ली है और न ही अस्वीकार किया है. इस बीच हमास ने याह्या सिनवार को इस्माइल हानिया का उत्तराधिकारी बनाया है. सिनवार ने ही इजराइल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमले की योजना बनाई थी, जिसमें 1200 इजराइली मारे गए थे और 254 को बंदी बनाया गया था.
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