Saudi Arabia: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी सोमवार से सऊदी अरबिया में दो दिवसीय दौरे पर है, जिसके दौरान उन्होंने मदीना शहर का दौरा किया. इस दौरे को लेकर उन्होंने लिखा “आज मदीना की ऐतिहासिक यात्रा की, जिसमें इस्लाम के सबसे पवित्र शहरों में से एक, श्रद्धेय पैगंबर की मस्जिद की परिधि, अल मस्जिद अल नबवी, उहुद पर्वत और इस्लाम की पहली मस्जिद – क़ुबा मस्जिद की परिधि की यात्रा शामिल थी.
सऊदी अधिकारियों के सौजन्य से इन स्थलों की यात्रा का महत्व, प्रारंभिक इस्लामी इतिहास से जुड़ा हुआ, हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव की गहराई को रेखांकित करता है.” उनके साथ विदेश और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. मदीना शहर के दौरे के बाद उन्होंने उहूद पर्वत और क्यूबा मस्जिद का भी दौरा किया. क्यूबा मस्जिद इस्लाम की पहली मस्जिद है तो वही उहूद पर्वत कई प्रांरभिक इस्लामी शहीदों का अंतिम विश्राम स्थल है.
दौरे में क्या था ख़ास?
इस दौरे के दौरान, ईरानी ने सऊदी अरब राज्य और भारत के बीच द्विपक्षीय हज समझौता 2024 पर हस्ताक्षर किये. इस समझौते के हिसाब से 2024 में भारत से आने वाले तीर्थयात्रियों में 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा तय किया गया है, जिसमे भारतीय हज समिति द्वारा तीर्थ पर जाने वालो की संख्या 1,40,020 की सीट आरक्षित की गयी है ,वही हज ग्रुप ऑपरेटर द्वारा जाने वालो की संख्या 35,005 आरक्षित की गयी है.
हज यात्रियों को सहायता देने वाले भारतीय स्वयंसेवकों से भी की बातचीत
स्मृति ईरानी ने अपने यात्रा के दौरान उन भारतीय स्वयंसेवकों से बातचीत की जो हज यात्रियों की मदद करते है. इसके अलावा उन्होंने उमराह पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से भी बातचीत की और उनसे हज 2024 को एक आरामदायक अनुभव बनाने के लिए व्यवस्था के भी सुझाव लिए. इसको लेकर मंत्री ने कहा, “भारत सरकार हज यात्रा पर जाने वाले भारतीय मुसलमानों को सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करने में सहायता करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है, जिससे उन्हें एक आरामदायक और संतुष्टिदायक अनुभव प्रदान किया जा सके.”