Seoul: दक्षिण कोरिया में महाविनाशकारी बर्फीले तूफान से हाहाकार मच गया है. सियोल में हुई भीषण बर्फबारी से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इस रूह कंपा देने वाली भयंकर बर्फीले तूफान के चलते बुधवार को सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं है. हवाई के अलावा रेल और सड़क यातायात भी बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है. लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है.
52 सालों में सबसे भयंकर बर्फीला तूफान
बता दें कि दक्षिण कोरिया में इसी महीने यानी नवंबर में बर्फीली तूफान ने दस्तक थी. बताया जा रहा है कि पिछले 50 सालों में ऐसा बर्फीला तूफान नहीं आया था. दक्षिण कोरियाई मौसम एजेंसी ने बताया कि सियोल के उत्तरी और आस-पास के इलाकों में 20 सेंटीमीटर बर्फ गिरी. एजेंसी ने बताया कि यह सियोल में 52 वर्षों में आया सबसे भयानक बर्फीला तूफान था. सियोल में 28 नवंबर 1972 को आए बर्फीली तूफान में 12 सेंटीमीटर बर्फ गिरी थी.
देश के ज्यादातर हिस्से तूफान के चपेट में
इस विनाशकारी बर्फीले तूफान ने देश के अधिकतर हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया. देश के मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में करीब 10 से 23 सेंटीमीटर बर्फ गिरी. आलम ये रहा कि देशभर के एयरपोट्स पर कम से कम 220 उड़ानें रद्द कर दी गईं या उड़ान में देर हुआ. साथ ही अधिकारियों ने लगभग 90 नौकाओं को बंदरगाह पर ही रहने का आदेश दे दिया.
सियोल में सड़कों पर बर्फ जमा होने के कारण सुबह आवाजाही धीमी रही, जबकि पूरे देश में आपात स्थिति से निपटने वाले कर्मचारी सड़कों पर गिरे हुए पेड़ों, संकेत बोर्डों और अन्य सुरक्षा जोखिमों को दूर करने के लिए काम में लगे रहे. वहीं मौसम एजेंसी ने बृहस्पतिवार दोपहर तक देश के अधिकतर हिस्सों में बर्फबारी जारी रहने की जानकारी दी है.
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