Sheikh Hasina Extradition: बांग्लादेश में नौकरी में आरक्षण को लेकर हो रहे हिंसा के दौरान शेख हसीना प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़कर बांग्लादेश से भारत आ गई है, लेकिन अभी भी मुसीबते उनका पीछा नहीं छोड़ रही है. हालांकि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की नई सरकार भी बन चुकी है.
बांग्लादेश में बनी मोहम्मद यूनुस की नई अंतरिम सरकार पूर्व पीएम शेख हसीना को भारत में भी सुकून से रहने नहीं देना चाहती है. एक तरफ बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज होते जा रहे हैं, तो वहीं उनके प्रत्यर्पण को लेकर भी चर्चा जोरों पर चल रही है. दरअसल बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण करने को लेकर विचार करने की खबर सामने आ रही है.
शेख हसीना की भारत से हो सकती है वापसी
दरअसल, बांग्लादेश के विदेश मंत्री मोहम्मद तौहीद ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा है कि यदि कानून मंत्रालय किसी नतीजे पर आता है, तो उन्हें शेख हसीना की वापसी करने को लेकर भारत से बात करनी होगी. उन्होंने कहा कि इस दिनों पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ दर्ज हो रहे मामलों को लेकर बांग्लादेश सरकार उनकी वापसी करने का ऑप्शन चुन सकती है.
खालिदा जिया की पार्टी ने की मुकदमा चलाने की मांग
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी ने हाल में देशभर में धरने किए. शेख हसीना और उनकी पार्टी के खास लोगों को बांग्लादेश में हुई हिंसा के लिए अरेस्ट करने और मुकदमा चलाने की मांग की है.
बांग्लादेश हिंसा में मारे गए 500 से ज्यादा लोग
आपको बता दें कि शेख हसीना ने 5 अगस्त को उनके खिलाफ देशभर में हो रहे प्रदर्शन के चलते पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़कर भारत चली गई थी. शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद भी बांग्लादेश में दंगे खत्म नहीं हुए बल्कि और उग्र होते गए. बांग्लादेश में हुई हिंसा की घटनाओं में 500 से ज्यादा लोग मारे गए.
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