PM Modi Singapore: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंगापुर दौरे का आज दूसरा दिन है. पीएम मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस से द्विपक्षीय वार्ता की. इसके बाद पीएम मोदी ने लॉरेंस वॉन्ग के साथ आज सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की सिंगापुर की एक लीडिंग कंपनी का दौरा किया और उनके कामकाज का तरीका जाना. इसके साथ ही उन्होंने इस अहम इंडस्ट्री में सहयोग के तरीकों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस स्टेटमेंट जारी कर कहा कि दोनों नेताओं ने AEM होल्डिंग्स लिमिटेड का दौरा किया और उन्हें वैश्विक सेमीकंडक्टर वैल्यू चैन में कंपनी की भूमिका और इसके संचालन और भारत के लिए योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पीएम मोदी और पीएम वॉन्ग ने भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग के अवसरों पर स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा की.
दोनों देशों ने लिया यह फैसला
इसके साथ ही उन्हें सिंगापुर सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री एसोसिएशन ने सिंगापुर में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विकास और भारत के साथ सहयोग के अवसरों पर भी जानकारी दी गई. भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को विकसित करने की कोशिशों और इस क्षेत्र में सिंगापुर की पावर को देखते हुए दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने का फैसला लिया है. प्रेस स्टेटमेंट में यह भी कहा गया है कि दोनों पक्षों ने भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पार्टनरशिप पर समझौता ज्ञापन भी पूरा कर लिया है.
इंजीनियरों से की बात
पीएम मोदी और पीएम लॉरेंस वॉन्ग ने सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के साथ सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में सिंगापुर की एक अग्रणी कंपनियों का दौरा किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने सिंगापुर में ट्रेनिंग ले रहे ओडिशा वर्ल्ड स्किल सेंटर के इंडियन ट्रेनी, CII-एंटरप्राइज सिंगापुर इंडिया रेडी टैलेंट प्रोग्राम के तहत भारत का दौरा करने वाले सिंगापुर के ट्रेनी और AEM में काम करने वाले इंडियन इंजीनियरों के साथ भी बातचीत की.
सेमीकंडक्टर विनिर्माण तंत्र बनाना चाहते हैं मोदी
सिंगापुर सेमीकंडक्टर उद्योग संघ ने देश में सेमीकंडक्टर परिवेश तंत्र के विकास तथा भारत के साथ सहयोग के अवसरों पर जानकारी दी. इसमें कहा गया, ‘‘ भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण परिवेश तंत्र विकसित करने के हमारे प्रयासों और इस क्षेत्र में सिंगापुर की विशेषज्ञता को देखते हुए दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने का निर्णय लिया है. बता दें कि पीएम मोदी भारत को सेमीकंडक्टर का हब बनाना चाहते हैं.