South Africa: दुनिया में भारतीय कहीं पर भी हो लेकिन वो अपनी संस्कृति और धर्म को कभी नहीं भूलते. यही वजह है कि आज जहां भी हिंदू है उनमे से ज्यादातर जगहों पर हिंदू मंदिर है. ऐसे में ही अब दक्षिण अफ्रीका का पहला विशाल हिंदू मंदिर अब भक्तों के लिए खुल गया है. यह मंदिर बहुत ही भव्य स्वरूप वाला है.
यह अफ्रीका और दक्षिण गोलार्ध में यह सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है. इसके उद्घाटन के दौरान भारतीयों ने जमकर खुशी जाहिर की. विशाल हिंदू मंदिर बनने की खुशी में भारतीय झूम उठे. इसी बीच उपराष्ट्रपति पॉल माशातिले ने कहा कि नया मंदिर न केवल पूजा स्थल, बल्कि सभी पृष्ठभूमि के लोगों के लिए शांति, ज्ञान व आध्यात्मिक समृद्धि का अभयारण्य भी बनेगा.
14.5 एकड़ की भूमि पर बना मंदिर
दक्षिण अफ्रीका के उपराष्ट्रपति पॉल माशातिले के हाथों इस भव्य हिंदू मंदिर का उद्घाटन हुआ. जिसके बाद अब इसे आम जनता के लिए भी खोल दिया गया है. 14.5 एकड़ की भूमि पर बने इस मंदिर में 34,000 वर्ग मीटर का सांस्कृतिक केंद्र, 3000 सीटों वाला सभागार, 2000 सीटों वाला बैंक्वेट हॉल, एक शोध संस्थान, कक्षाएं, प्रदर्शनी और मनोरंजन केंद्र और अन्य सुविधाएं हैं.
2023 में दिखी थी पहली झलक
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए साल 2023 में दक्षिण अफ्रीका गए थें उस दौरान वहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों के समूह ने इस मंदिर की 3डी तस्वीरें पीएम मोदी को दिखाई थीं.
मंदिर के उद्घाटन पर बोले उपराष्ट्रपति…
वहीं, दक्षिण अफ्रीका के उपराष्ट्रपति पॉल माशातिले ने बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण (BAPS) संस्था के बहु-सांस्कृतिक केंद्र और मंदिर के प्रथम चरण का उद्घाटन करते हुए कहा कि BAPS के सिद्धांत दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय लोकाचार उबुंटू से मिलते-जुलते हैं. साथ ही हिंदू समुदाय की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें राष्ट्र निर्माण में हिंदू समुदाय की भूमिका पर विचार करना चाहिए. इस समुदाय की सांस्कृतिक विरासत एवं मूल्य समृद्ध हैं और इसने हमारे विविधतापूर्ण समाज के सामाजिक ताने-बाने को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.”
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