South China Sea: दक्षिण चीन सागर में अक्सर अपनी दादागिरी दिखाने वाले चीन को इस बार मुंह की खानी पड़ी. इंडोनेशियाई तटरक्षकों से भिड़ंत के बाद समंदर में युद्ध की संभावना बनी हुई है. इसी बीच इंडोनेशिया का दावा है कि उसके तटरक्षकों के आगे चीन ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया और अपना जहाज लेकर पीछे भाग गया. इसकी जानकारी इंडोनेशियाई अधिकारियों ने गुरूवार को दी.
इंडोनेशिया के दावे के मुताबिक, दक्षिण चीन सागर के एक विवादित क्षेत्र में उसके गश्ती जहाजों ने चीनी तट रक्षक बलों के एक जहाज को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया. इंडोनेशिया की समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि चीनी जहाज दो बार उसके ‘एमवी जियो कोरल’ नामक जहाज के पास पहुंचा,जिससे भूकंपीय आंकड़े एकत्रित करने के लिए किए जा रहे सर्वेक्षण में बाधा उत्पन्न हुई थी.
चीन के लिए महत्वपूर्ण ‘नौ-डैश लाइन’
यह सर्वेक्षण सरकारी ऊर्जा कंपनी पीटी पर्टामिना की ओर से दक्षिण चीन सागर के उस भाग में किया जा रहा था, जिस पर दोनों देश अपना दावा करते हैं. वहीं, ‘नौ-डैश लाइन’ चीन के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिसका इस्तेमाल वो दक्षिण चीन सागर के अधिकांश भाग पर अपने दावे को मोटे तौर पर दर्शाने के लिए करता है. चीन की यह ‘नौ-डैश लाइन’ नटूना द्वीप समूह तक फैला है, जो इंडोनेशिया के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र के एक हिस्से से ‘ओवरलैप’ (अतिव्यापन करना) होती है.
दोनों देशों के बीच तनाव
बता दें कि साल 2016 में फिलीपीन से संबंधित एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता फैसले ने समुद्र में चीन के अधिकांश व्यापक दावों को अमान्य कर दिया था. जबकि चीन ने इस फैसल को नजरअंदाज करने के साथ ही इसे फर्जी बताया है. इंडोनेशिया के मुताबिक, चीनी जहाज नियमित रूप से उस क्षेत्र में प्रवेश किया, जिसे इंडोनेशिया उत्तरी नटुना सागर कहता है. चीन के इस हरकत से दोनों देशों के बीच काफी तनाव बढ़ जाता है.
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