South Korea Emergency: दक्षिण कोरिया के विपक्षी दलों ने मार्शल लॉ लागू करने के मामले में राष्ट्रपति यून सुक-योल के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश किया है. हालांकि इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपति से कहा था कि वो पद से इस्तीफा दें, वरना उन्हें महाभियोग का सामना करना होगा.
दरअसल, कुछ समय पहले राष्ट्रपति यून सुक-योल ने मार्शल लॉ को खत्म कर दिया था और इसके पक्ष में सांसदों ने भी वोट किया था. वहीं, विपक्ष की इस मांग पर यून ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनके कार्यालय का कहना है कि यून के वरिष्ठ सलाहकारों और सचिवों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की पेशकश की.
छह घंटे तक ही प्रभावी रहा मार्शल लॉ
बता दें कि मंगलवार की रात यून ने अचानक मार्शल लॉ लागू कर दिया, जो केवल छह घंटे तक ही प्रभावी रहा, क्योंकि ‘नेशनल असेंबली’ ने राष्ट्रपति के फैसले को खारिज करने के पक्ष में मतदान किया. वहीं, कैबिनेट की बैठक के दौरान सुबह साढ़े चार बजे के आसपास इस घोषणा (मार्शल लॉ) को औपचारिक रूप से हटा दिया गया.
मार्शल लॉ की घोषणा मूलरूप से अमान्य
ऐसे में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि उसके सांसदों ने यून से तत्काल पद छोड़ने को कहा है, अन्यथा वो उनके खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए कदम उठाएंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति यून सुक-योल की मार्शल लॉ की घोषणा संविधान का उल्लंघन है. क्योंकि इसे घोषित करने के किसी भी आवश्यक नियम का पालन नहीं किया गया. ऐसे में उनकी मार्शल लॉ की घोषणा मूलरूप से अमान्य है और संविधान का गंभीर उल्लंघन है.
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