South Korea News: आज 15 जनवरी को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल को कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है. देश में मार्शल लॉ के एलान से जुड़े मामलों में अधिकारियों ने कार्रवाई की है. वहीं, सुबह-सुबह 3,000 से अधिक पुलिस अधिकारी और भ्रष्टाचार विरोधी जांचकर्ता राष्ट्रपति योल के आवास के पास इकट्ठा हुए थे. इस दौरान उनके समर्थक, सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के सदस्यों और सुरक्षाबलों से बीच भिड़ंत हुई. इस हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद राष्ट्रपति योल को गिरफ्तार कर लिया गया.
राष्ट्रपति योल पर लगाए गए थे कई आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिसमें सत्ता का गलत इस्तेमाल, भ्रष्टाचार समेत अन्य अनियमितताएं शामिल थीं. संसद में महाभियोग प्रस्ताव स्वीकार होने के बाद कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने राष्ट्रपति योल को गिरफ्तार करने का फैसला किया. बता दें कि ये देश के इतिहास में पहली बार है जब किसी राष्ट्रपति को गिरफ्तार किया गया है. उनकी गिरफ्तारी से दक्षिण कोरिया में राजनीतिक हलचल मच गई है.
घर में घुसने के लिए पुलिस के किया सीढ़ी का इस्तेमाल
न्यूज एजेंसी योनहाप के मुताबिक, पुलिस ने राष्ट्रपति यून सुक योल के घर में घुसने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया. फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रपति यून ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ चल रही जांच अवैध है. उन्होंने कहा कि उन्होंने सीआईओ के सामने पेश होने का निर्णय लिया ताकि कोई हिंसा न हो.
यून ने लागू कर दिया था मार्शल लॉ
बता दें कि 3 दिसंबर, 2024 की रात राष्ट्रपति यून सुक योल ने मार्शल लॉ लागू कर दिया था, जिसके कारण वो विवादों में घिर गए. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके इस कदम की आलोचना की गई थी. वहीं, उनके खिलाफ सियोल की कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी किया था. इसके बाद उन्हें 14 दिसंबर को महाभियोग का सामना करना पड़ा. राष्ट्रपति यून को बार-बार पुलिस ने समन भेजा, लेकिन उन्होंने हर बार इसे ठुकरा दिया. उनकी गिरफ्तारी के बाद देश में अस्थिरता का माहौल है.