South Korea: दक्षिण कोरिया में पिछले महीने हुए जेजू प्लेन क्रैश को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. 29 दिसंबर को विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ब्लैक बॉक्स के महत्वपूर्ण डेटा में कमी पाई गई है. शनिवार को परिवहन मंत्रालय ने बताया कि विमान का फ्लाइट डेटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर ने लगभग चार मिनट पहले ही रिकॉर्डिंग बंद कर दी थी. हादसा दक्षिण कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर हुआ था. इसे अब तक का सबसे भयंकर हवाई दुर्घटना कहा जा रहा है.
अमेरिका भेजा गया ब्लैक बॉक्स
अब इस हादसे की जांच के लिए अधिकारी यह विश्लेषण करने की योजना बना रहे हैं कि ब्लैक बॉक्स ने रिकॉर्डिंग बंद क्यों कर दी. मंत्रालय ने बताया कि वॉयस रिकॉर्डर का पहले दक्षिण कोरिया में विश्लेषण किया गया था, डेटा गायब पाए जाने पर यूएस नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड प्रयोगशाला में भेजा गया. हालांकि, अब रिकॉर्डिंग के गायब हो जाने से दुर्घटना के वजह और पायलटों की अंतिम प्रतिक्रिया को जानना बेहद मुश्किल हो गया है.
पक्षी टकराने की मिली थी जानकारी
जेजू एयर 7C2216 थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से दक्षिण-पश्चिमी दक्षिण कोरिया के मुआन के लिए उड़ान भरी थी. लैंडिंग के दौरान प्लेन मुआन एयरपोर्ट के रनवे से आगे निकल गया और दीवार से टकराने के बाद उसमें आग लग गई. पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को बताया कि विमान को पक्षी ने टक्कर मारी थी और बैरियर से टकराने से लगभग चार मिनट पहले इमरजेंसी का ऐलान किया था. विमान बिना लैंडिंग गियर तैनात किए ही लैंडिंग की थी.
कैसे गायब हो सकता है डेटा?
परिवहन मंत्रालय के पूर्व एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेटर सिम जै-डोंग ने कहा कि महत्वपूर्ण अंतिम मिनटों से गायब डेटा होना आश्चर्यजनक है. अंदेशा है कि क्रैश होने के चार मिनट पहले विमान की बैकअप समेत सभी प्रकार की पावर सप्लाई बंद पड़ गई होगी, जो कि बेहद दुर्लभ है. बता दें कि विमान में कुल 181 लोग सवार थे. जिनमें से 179 लोगों की मौत हो गई. विमान के पिछले हिस्से में बैठे दो जख्मी चालक दल के सदस्यों को बचा लिया गया.
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