Spy Whale Hvaldimir: मशहूर जासूसी बेलुगा व्हेल ह्वाल्दिमीर नॉर्वे में मरी पाई गई. पहली बार यह स्पाय व्हेल तब चर्चा में आई थी, जब साल 2019 में इसे नार्वे के समुद्र तटीय इलाके में देखा गया था. कई शोधकताओं के मुताबिक, बेलुगा व्हेल को रूसी सेना द्वारा ट्रेनिंग दिया गया था. एक रिपोर्ट में जानकारी दी गई थी कि 14 फुट लंबी और 2,700 पाउंड वजन वाली बेलुगा व्हेल को साल 2019 के अप्रैल महीने में कैमरे लगाने के लिए डिजाइन किए गए उपकरणों के साथ देखा गया था. बेलुगा के मिलने से इंटरनेट पर सनसनी मच गई थी, इंटरनेट पर उसे ह्वाल्दिमीर स्पाय व्हेल का उपनाम दिया गया.
अटकलें थी कि रूसी टोही मिशन की हिस्सा है व्हेल
मछली के साथ मिले उपकरणों पर सेंट पीटर्सबर्ग का निशान लगा हुआ था. जिससे व्यापक अटकलें लगाई जाने लगीं कि बेलुगा व्हेल रूसी टोही मिशन का हिस्सा थी. इसे लेकर रहस्य और गहरा गया क्योंकि रूस ने इसे लेकर कोई आधिकारिक दावा नहीं किया. जिससे दुनिया हैरान हो गई कि क्या ये व्हेल जासूस थी या किसी अजीब स्थिति में फंसी बदनसीब व्हेल थी. जल्द ही यह बेलुगा व्हेल वैश्विक आकर्षण का विषय बन गई. दरअसल, अन्य बेलुगा व्हेल आमतौर पर सुदूर और ठंडे आर्कटिक जल में निवास करती हैं. उनके विपरीत ह्वाल्दिमीर व्हेल मनुष्यों के साथ असामान्य रूप से सहज दिखी. इस वजह से विशेषज्ञों का मानना था कि वह अपने जीवन के अधिकांश समय कैद में रही होगी.
नॉर्वे ने लोगों को दूर रहने का किया था अनुरोध
बता दें कि ह्वाल्दिमीर व्हेल के मिलने के बाद पिछले साल नॉर्वे ने लोगों से आग्रह किया था कि वे इसके साथ किसी भी तरह के संपर्क से बचें, जिसे ओस्लो के पास एक तट में देखा गया था. नॉर्वे के मत्स्य निदेशालय के एक बयान में कहा गया था कि ह्वाल्दिमीर के नाम से जानी जाने वाली सफेद व्हेल अब आंतरिक ओस्लो फजॉर्ड में निवास करती है. इसका मतलब है कि यह बहुत घनी आबादी वाले क्षेत्र में आ गई है. इस तरह मानव संपर्क के चलते व्हेल के घायल होने का खतरा काफी अधिक हो गया है. वहीं अब ये व्हेल मृत पाई गई है.
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